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अम्मा की सीट पर शशिकला के भतीजे दिनकरन की ऐतिहासिक जीत

चेन्नई ,24 दिसंबर-  तमिलनाडु की बहुचर्चित विधानसभा सीट राधाकृष्णन नगर (आरके नगर) पर हुए उपचुनाव में शशिकला के भतीजे और निर्दलीय उम्मीदवार टीटीवी दिनकरन ने शानदार जीत हासिल की है। उन्होंने एआईएडीएमके के उम्मीदवार मधुसूदनन को 40,707 मतों के अंतर से हराया। 10वें राउंड की काउंटिंग के बाद ही दिनकरन की जीत तय मानी जा रही थी। आरके नगर का यह नतीजा पन्नीरसेल्वम-पलनिस्वामी गुट के लिए बड़ा झटका है। करीब दो दशक के इतिहास में पहली बार है जब सत्तारूढ़ पार्टी को आरके नगर सीट गंवानी पड़ी है। इसी सीट से तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता चुनाव लड़ती थीं।

इसी सीट पर दिनकरन को 89,013 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंदी एआईएडीएमके के उम्मीदवार मधुसूदनन को 48,306 मतों से ही संतोष करना पड़ा। तीसरे नंबर पर रहे डीएमके उम्मीदवार के खाते में 24,651 वोट आए, इनकी जमानत भी जब्त हो गई। नोटा के लिए 1926 लोगों ने वोट किया जबकि बीजेपी उम्मीदवार को मात्र 1417 वोट मिले।

हम अम्मा के असली वारिस

इससे पहले उपचुनाव में निर्णायक बढ़त बनाने के बाद दिनकरन ने दावा किया था कि वह अम्मा के असली वारिस हैं और राज्य सरकार तीन महीने में गिर जाएगी। उपचुनाव के नतीजे से पता चलता है कि लोग परिवर्तन चाहते हैं। दिनकरन के कहा कि आरके नगर सीट से अम्मा चुनाव लड़ती थीं। उपचुनाव में वोटरों के मिजाज से यह साफ हो गया है कि एआईएडीएमके और पार्टी के चुनाव चिह्न (दो पत्ती) का भविष्य क्या है। मैं आरके नगर की जनता और पार्टी समर्थकों को समर्थन देने के लिए शुक्रिया अदा करता हूं। मैं निर्दलीय के रूप में जरूर चुनाव मैदान में था, लेकिन एआईडीएमके पार्टी कार्यकर्ता मेरे साथ रहे। अम्मा का आशीर्वाद भी मेरे साथ था।

उन्होंने कहा, हम असली एआईएडीएमके हैं…. आरके नगर के लोगों ने अम्मा का उत्तराधिकारी चुन लिया है। तमिलनाडु के अविनाशी (तिरुपुर) और अरमानई (कन्याकुमारी) सहित विभिन्न हिस्सों के मेरे हालिया दौरे पर लोगों ने मुझसे कहा था कि प्रेशर कुकर (आरके नगर चुनाव में उनका पार्टी चिह्न) जीतेगा। जनता इस शासन में बदलाव चाहती है। यह पार्टी के संस्थापक एमजी रामचंद्रन (प्यार से एमजीआर के रुप में पुकारे जाने वाले) की 30वीं पुण्यतिथि पर 1.5 करोड़ पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से दिया गया सबसे अच्छा उपहार है।

चुनाव आयोग द्वारा पलानीस्वामी गुट को एआईएडीएमके का चुनाव चिह्न दिए जाने के मुद्दे पर दिनकरन ने कहा, उम्मीदवार महत्वपूर्ण है, चुनाव चिह्न नहीं। मैंने पहले ही कहा कि दो पत्ती केवल तभी सफल चिह्न होगा जब वह एमजीआर और अम्मा (जयललिता) के साथ रहेगा। अगर यह चुनाव चिह्न एम एन नांबियार और पी एस वीरप्पा को दे दिया जाए तो क्या लोग उसे वोट करेंगे? नांबियार और वीरप्पा गुजरे जमाने के खलनायक हैं और एमजीआर की कई फिल्मों में उनके खिलाफ दिखाई दिए हैं।

समर्थकों में जश्न

इससे पहले दिनकरन की बढ़त की खबर सुनते ही उनके समर्थक जश्न मनाने लगे, वहीं एआईएडीएमके समर्थकों का गुस्सा भडक़ उठा। एआईएडीएमके समर्थकों ने मारपीट शुरू कर दी। कथित रूप से एआईएडीएमके के सदस्यों ने ईवीएम को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। इस वजह से करीब 15 मिनटों के लिए काउंटिंग रोक दी गई थी।

इस दौरान बड़ी देर तर हंगामा होता रहा। बाद में सीआरपीएफ की कड़ी सुरक्षा के बाद फिर से काउंटिंग शुरू की गई। डीएमके कैंडिटेट एन. मुरुथु गणेश ने बातचीत में दावा किया था कि नतीजा डीएमके के पक्ष में ही आएगा।

21 को हुआ था मतदान

इस सीट पर 21 दिसंबर को मतदान हुआ था। यह सीट एआईएडीएमके सुप्रीमो जे. जयललिता के पिछले साल दिसंबर में निधन के बाद खाली हो गई थी। यहां मुकाबला सत्तारूढ़ सरकार एआईएडीएमके के उम्मीदवार ई मधुसूदनन और एआईएडीएमके से दरकिनार किए गए नेता और निर्दलीय उम्मीदवार टीटीवी दिनकरन, मुख्य विपक्षी दल डीएमके के उम्मीदवार एन. मुरुथु गणेश के बीच था। गौरतलब है कि साल 1999 के बाद से कोई भी सत्तारूढ़ दल ने उपचुनाव में हार का सामना नहीं किया है।

इससे पहले चीफ इलेक्टोरल राजेश लखोनी ने बताया था कि आरके नगर उपचुनाव में 258 पोलिंग बूथों पर वोट डाले गए थे और हर बूथ पर 14 ईवीएम थे। 18 राउंड में 252 बूथ पर डाले गए मतों की गिनती होगी और अंतिम राउंड में 6 बूथों की गिनती होगी।

वोटों की गिनती क्वीन मैरी कॉलेज में हुई। वोटों की गिनती का लाइव वेबकास्ट किया गया, जिस पर दिल्ली से भारतीय निर्वाचन आयोग ने नजर रखी। काउंटिंग पर तमिलनाडु सचिवालय भवन से राज्य प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी नजर बनाए हुए थे। बताते चलें कि आरके नगर क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 2,28,234 है।

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