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रुद्रप्रयाग : केदारनाथ यात्रा में हेली सेवा के टिकटों की नहीं होगी ब्लैक मार्केटिंग

रुद्रप्रयाग : केदारनाथ यात्रा के दौरान हेलीकाप्टर सेवाओं में टिकट बुकिंग में होने वाले फर्जीवाड़ा को रोकने के लिये शासन ने बड़ा निर्णय लिया है। 29 मई से शुरू हो रही केदारनाथ यात्रा में इस बार केदारनाथ धाम के लिये हेलीकाप्टर की बुकिंग गढ़वाल मंडल विकास निगम के जरिये होगी। साथ ही हेली सेवा से बाबा केदार की यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को इस बार आधार कार्ड एवं पैन कार्ड दिखाना अनिवार्य होगा।
दरअसल, केदारनाथ यात्रा के दौरान हेलीकाप्टर की टिकट बुकिंग में भारी फर्जीवाड़ा होता है। टिकटों को जमकर ब्लैक में बेचा जाता है। गुप्तकाशी, फाटा, शेरसी, बड़ासू, सोनप्रयाग आदि स्थानों से केदारनाथ के लिये 12 से 13 हेली सेवाएं उड़ाने भरती हैं। प्रत्येक यात्रा सीजन में सभी हेली सेवाओं का किराया निर्धारित किया जाता है, लेकिन कई बार हेली सेवाओं के जरिये दोगुने दाम भी यात्रियों से वसूले जाते हैं। स्थिति यहां तक पहुंच जाती है कि पहले ही ऑनलाइन बुकिंग होने के बावजूद भी यात्रियों को कई दिनों तक केदारनाथ नहीं भेजा जाता है। जिस कारण यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पिछले यात्रा सीजन में हेली सेवा टिकट फर्जीवाड़ा के कई मामले सामने आये थे।

kedarnath dham
पिछले यात्रा सीजन से सबक लेते हुये इस बार शासन-प्रशासन ने हेली सेवाओं के लिये एक नई मुहीम शुरू की है। हेली सेवा टिकट बुकिंग के नाम पर होने वाले फर्जीवाड़ा को रोकने के लिये अब सभी हेली सेवाओं की टिकट बुकिंग गढ़वाल मंडल विकास निगम को सौंपी जायेगी। यात्रियों को ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जायेगी। ऑन लाइन बुकिंग के जरिये जीएमवीएन जहां तीर्थ यात्रियों को टिकट बुकिंग की सुविधा देगा, वहीं ब्लैक मार्केटिंग टिकटिंग पर भी लगाम लगेगी। साथ ही वर्ष 2013 की आपदा के बाद धाम में आने जाने वाले सभी तीर्थयात्रियों का डाटाबैंक भी तैयार किया जा रहा है। ऐसे में हेली सेवा से यात्रा करने वाले यात्रियों के आधार व पैन कार्डों के जरिये अब उनकी भी पुख्ता पहचान प्रशासन के पास हर समय मौजूद रहेगी और एक काउन्टर के जरिये प्रशासन को भी स्पष्ट जानकारी मिल पायेगी। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि इस योजना पर पहले से कार्य चल रहा था। यात्रा सीजन के दौरान टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग के कई मामले सामने आते हैं, जिसे देखते हुये यह पहल की गई है।
 

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