जशपुरनगर : जशपुर जिले के आस्ता थाने में आधीरात तक हंगामा होता रहा । आस्ता के लोग यहां के थानेदार के द्वारा वर्दी में गुंडागर्दी करने का आरोप लगाकर उसे हटाने और उसके विरुद्ध एफआईआर करने की मांग को लेकर देर रात में ही आस्ता थाने का घेराव कर दिया ।बताया जा रहा है मंगलवार को मोबाइल चोरी करने के शक पर यहाँ के थानेदार संतलाल आयाम ने आस्ता निवासी मनीष तिर्की (27वर्ष)और उसके एक साथी दिनेश राम को दोपहर 3 बजे थाना बुलाया ।दोनों युवक के थाने आने पर टीआई ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया और पीटते पीटते डैम ले गए वहां भी खूब पीटा । दरसल टीआई को पूरा यकीन था कि मोबाइल मनीष ने ही चोरी की है इसलिये वह किसी भी सूरत में उसके मुँह से कबूल करवाने के लिए उसे पीटते रहे लेकिन मनीष इस बात पर कायम था कि उसने कोई मोबाइल चोरी नही की है ।मनीष के इनकार पर थानेदार का गुस्सा बढ़ता गया और उसे अपनी गाड़ी में बैठाकर डैम से उसके घर ले गए और घर मे तलाशी के बाद भी जब मोबाइल नही मिला तो फिर से उसे थाने ले जाकर टीआई ने पीटना शुरू कर दिया । ग्रामीणों ने बताया कि पूलिस की मार से मनीष इतने जोर जोर से चीख चिल्ला रहा था कि उसकी चीख पूरे गाँव मे गूंज रही थी । इस बेरहम पिटाई ओर चीख सुनकर धीरे धीरे ग्रामीण थाने के आस पास इक_ा होने लगे और देर शाम तक ग्रामीणों का जमावड़ा भीड़ में तब्दील हो गया । ग्रामीणों की भीड़ ओर गुस्सा को भांपकर टीआई मोबाइल चोरी के कथित आरोपी को थाने से लेकर जशपुर के लिए रवाना हो गया ।ग्रामीणों को जब पता चला कि मनीष को जशपुर ले जाया जा रहा है तो भीड़ उग्र हो गयी और उग्र भीड़ ने पूरा रास्ता जाम कर दिया। ग्रामीणों के आक्रोश की खबर जब पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों को लगी तो रात करीब 10 बजे एसडीओपी जशपुर,एसडीएम जशपुर ओर मनोरा तहसीलदार आस्ता पहुच गये ओर ग्रामीणों के भारी विरोध को देखते हुए मनीष तिर्की को तत्काल आस्ता थाना लाने के इन अधिकारियों ने निर्देश दिए ।इनके निर्देश पर थानेदार द्वारा मनीष को दुबारा आस्ता थाना लाया गया और परिजनों को सुपर्द किया गया। ग्रामीणों ने जब मनीष के जिस्म पर पड़े गहरे दाग देखे तो उनका गुस्सा फिर से भडक़ गया और यहां फिर से नारेबाजी शुरू हो गयी। लोग टीआई के खिलाफ एफआईआर करने और उसे यहां से हटाने की मांग करने लगे । ग्रामीणों की मांग और शिकायत पर त्वरित कार्यवाही के बाद देर रात करीब 1 बजे माहौल शांत हुआ।
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