नईदिल्ली : ट्विटर पर हर्शल गिब्स से भिड़े रविचंद्रन अश्विन
नई दिल्ली : साउथ अफ्रीका के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज हर्शल गिब्स को भारतीय स्टार ऑफ स्पिनर से ट्विटर पर किया एक मजाक महंगा पड़ गया। अश्विन ने इस मजाक का जवाब देते हुए गिब्स को उनके मैच फिक्सिंग स्कैंडल की याद दिला दी।
दरअसल रविचंद्रन अश्विन ने अपने ट्विटर अकाउंट पर आज नाइकी ब्रैंड के एक खास जूते का प्रमोशन किया था। इस प्रमोशन में अश्विन ने नाइकी के इस जूते के तारीफ की है। अश्विन के इस पोस्ट पर हर्शल गिब्स ने फिरकी ले ली। गिब्स ने लिखा, उम्मीद करता हूं कि अब इन जूतो को पहनकर तुम पहले से थोड़ा और तेज दौड़ोगे अश्विन। इसके साथ गिब्स ने एक हंसता हुआ स्माइली बना दिया।
अश्विन ने भी गिब्स के इस ट्वीट का जवाब देने में देर नहीं लगाई। अश्विन ने गिब्स के इस मजाक को शायद सीरिअसली ले लिया और उन्होंने लिखा, इतना तेज नहीं, जितने तेज आप थे दोस्त, दुर्भाग्य से मैं उतना सुखी नहीं रहा, जितने तुम। लेकिन सौभाग्य से मुझे वह नैतिक ज्ञान जरूर मिला, जिसमें मैंने सीखा कि जिस खेल से आपको भोजन मिले मैंने उसे फिक्स करना नहीं सीखा।
हर्शल गिब्स को अश्विन से ऐसे रिप्लाइ की आशा नहीं थी। गिब्स ने इसका जवाब देते हुए लिखा, मुझे लगता है कि शायद तुम मजाक नहीं सह सकते, इसे यहीं खत्म करते हैं।
इसके बाद अश्विन ने एक बार फिर गिब्स को इसका जवाब दिया। इस बार अश्विन ने लिखा, मैं बता दूं कि मेरा रिप्लाइ भी एक मजाक ही था, लेकिन देखो लोगो ने और आपने भी इसे किस तरह लिया। दोस्त मैं ऐसे मजाक के लिए बिल्कुल तैयार हूं, हम कभी भोजन पर बैठकर इस मुद्दे पर बात करेंगे।
इसके कुछ देर बाद अश्विन ने एक बार फिर एक और ट्वीट कर अपनी बात को रखा। इस बार अश्विन ने अपने इस नए ट्वीट में कहा, जो चीजें मेरे लिए संवेदनशील है, वह किसी दूसरे के लिए नहीं होंगी, और जो चीजें आपके लिए संवेदनशील हैं वह मेरे लिए नहीं होंगी। मैं अपने फैन्स का आदर करना चाहता हूं और इस ट्वीट के क्रम को यहीं खत्म करते हैं और इस तरह मेरे सभी विरोधियों के लिए यह मनोरंजन यहीं खत्म होता है। फिर मिलते हैं। इसके बाद अश्विन ने इन शब्दों के साथ एक हंसता हुआ स्माइली बनाकर अपना यह ट्वीट खत्म किया।
अंत में अश्विन ने विवादित ट्वीट को अपने अकाउंट से डिलीट कर दिया और बाद में एक और ट्वीट कर सफाई दी कि वह इस प्रकरण की शुरुआत से ही मजाक कर रहे थे।
बता दें कि हर्शल गिब्स का नाम मैच फिक्सिंग में तब सामने आया था, जब साउथ अफ्रीकी टीम साल 2000 में अपने भारत दौरे पर थी। यह टीम साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोनिए के नेतृत्व में भारत आई थी, तब बुकीज के साथ मैच फिक्सिंग में गिब्स की भूमिका की बात सामने आई थी। बाद में जब क्रोनिए ने पैसों के साथ बुकीज से संपर्क किया और बुकीस के दिशानिर्देशों के तहत स्कोर करने की बात मानी। बाद में इस प्रकरण में गिब्स का नाम सामने आने के बाद गिब्स 6 महीने तक सस्पेंड रहे और उन पर जुर्माना भी लगाया गया था