दलितों -पिछड़ों का भला नहीं चाहता आरएसएस

आरक्षण को लेकर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद मुद्दे को लेकर छत्तीसगढ़ में राजनीति चरम पर है। भाजपाई कांग्रेसी एक दूसरे पर दोष मढ़ रहे हैं. इसमें कांग्रेस ने आज आरएसएस की भी इंट्री करा दी. आरएसएस को कटघरे में खड़ा छत्तीसगढ़ के मंत्री एवं आदिवासी नेता कवासी लखमा ने किया है। मंत्री श्री लखमा ने कहा कि 2012 में जब रमन सिंह की सरकार थी, तब सही ढंग से न्यायालय में पक्ष नहीं रखा गया, जिसके कारण केस कमजोर हो गया और सरकार को मुंह की खानी पड़ी। मंत्री कवासी लखमा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि कई बड़े भाजपा नेता 3 दिनों से झूठ बोल रहे थे किंतु उन्हें बेनकाब उनके ही पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने यह कहते हुए कर दिया कि दिया कि जो रिपोर्ट उसे पेश नहीं किया गया. जिसके कारण आरक्षण का लाभ आदिवासी अनुसूचित जाति एवं पिछड़े वर्ग को नहीं मिलेगा. इसके लिए उन्होंने सीधे तौर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि संघ की सोच के अनुरूप भाजपा चलती है और वह आरएसएस चाहता है कि दलितों और पिछड़ों का भला ना हो।