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नईदिल्ली : मयंक अग्रवाल बने भारत के नए रन मशीन, एक सत्र में बना डाले 2000 से ज्यादा रन

नईदिल्ली  : भारतीय कप्तान विराट कोहली जहां इंटरनैशल लेवल पर एक के बाद एक रेकॉर्ड अपने नाम करते जा रहे हैं, वहीं घरेलू मुकाबलों में मयंक अग्रवाल धमाल मचा रहे हैं। इस 27 साल के बल्लेबाज का कोई तोड़ नहीं है। उन्होंने रन सत्र में कई रेकार्ड तोड़े। विजय हजारे ट्रोफी के फाइनल मुकाबले में 90 रनों की शानदार पारी खेलकर अपनी टीम को चैंपियन बनाने वाला यह बल्लेबाज घरेलू क्रिकेट में कई कीर्तिमान स्थापित कर दिए हैं।
2000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज
फाइनल में सौराष्ट्र के खिलाफ मयंक ने 79 गेंदों पर 90 रन कर पारी खेली। इस दौरान उन्होंने भारतीय घरेलू क्रिकेट के किसी एक सीजन में 2000 या उससे अधिक रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने। इसमें 8 शतक और 9 अर्धशतक शामिल हैं।
ऐसे बने रन मशीन1519797330Kमयंक ने इस सीजन में रणजी ट्रोफी में 5 शानदार शतकीय पारी की मदद से 105.45 की औसत से 1160 रन बनाए। सैयद मुश्ताक अली (टी20 टूर्नमेंट) में उनके नाम 258 रन दर्ज हुए। इस दौरान उनका औसत 145 का रहा, जबकि विजय हजारे ट्रोफी में 100 की औसत से 723 रन बनाते हुए इतिहास रच दिया। विजय हजारे में उनके नाम 3 शतक दर्ज हुए।
श्रेयस अय्यर का रेकॉर्ड टूटा मयंक के बल्ले से अभी तक इस सीजन में 2101 रन निकल चुके हैं। उन्होंने श्रेयस अय्यर का रेकॉर्ड तोड़ा। 2015-16 सीजन में अय्यर के नाम 1947 रन दर्ज थे। वहीं वसीम जाफर ने 2008-09 में 1907 रन दर्ज हैं। वह तीसरे नंबर पर हैं।
सचिन भी छूटे पीछे उनकी फॉर्म का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने 109, 84, 28, 102, 89, 140, 81 और 90 की पारी खेली। मतलब सिर्फ एक बार 50 रन से कम का स्कोर किया। टूर्नमेंट में उन्होंने 723 रन बनाए। इसके साथ ही उन्होंने सचिन तेंडुलकर भी पीछे छोड़ दिया है। सचिन ने 2003 में सीडब्ल्यूसी टूर्नमेंट में 673 रन बनाए थे।
 

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