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नई दिल्ली : पीएम मोदी ने देश से 42वीं बार की मन की बात

 नई दिल्ली :  पीएम मोदी ने देश से 42वीं बार की मन की बातप्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को देश से 42वीं बार मन की बात की। मोदी ने 28 फरवरी को नेशनल साइंस डे से पहले विज्ञान की बात की। उन्होंने इस दौरान भारतीय वैज्ञानिक सीवी रमन और जगदीशचंद्र बोस की उपलब्धियां गिनाई। उन्होंने कहा, मुझे विज्ञान को लेकर कई साथियों ने प्रश्न पूछे हैं। कभी हमने सोचा है कि पानी रंगीन क्यों हो जाता है? इसी प्रश्न ने भारत के एक महान वैज्ञानिक को जन्म दिया। डॉ. सीवी रमन प्रकाश को प्रकीर्णन (स्कैटरिंग) के लिए नोबेल प्राइज दिया गया। 28 फरवरी को ही उन्होंने ये खोज की थी। इस दिन को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है।  मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की खासियतें भी बताईं। इसके अलावा उन्होंने लाइट बल्ब की खोज और उसमें बार-बार असफल होने वाले एडिसन की कहानी भी सुनाई। हमारे यहां कई वैज्ञानिक हुए। चरक, सुश्रुत हुए तो जगदीश चंद्र बोस और सत्येंद्रनाथ बोस भी हुए। सत्येंद्रनाथ के नाम पर तो बोसोन कण का नाम भी है।

1519541693odiआर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जीवन को और आसान बना रहा है। अब न बोलने वाला शख्स भी बोल सकता है। कोई भी मशीन वैसा ही काम करेगी जैसा हम चाहेंगे। लेकिन हमें ये तय करना है कि हम उनसे कैसा काम लेते हैं। एडिसन कई बार असफल रहे। उन्होंने कहा था कि मैंने बल्ब बनाने के 10 हजार तरीके खोजे। मोदी ने कहा कि मैं अरबिंदो की भूमि पर हूं। उन्होंने अंग्रेजों को नाकों तले चने चबवा दिए। हमारी पीढ़ी विज्ञान की सेवा करने के लिए प्रेरित हो। इसके लिए मैं शुभकामनाएं देता हूं। पीएम ने 4 मार्च को सेफ्टी डे से पहले दुर्घटनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा हमारी सतर्कता हमेशा दुर्घटनाओं को रोक सकती है। मोदी ने कहा, सेफ्टी को लेकर बहुत चर्चा होती है। सेफ्टी दो तरह की होती है। अगर हम दैनिक जीवन में उसे हासिल नहीं कर पा रहे तो बहुत मुश्किल हो जाती है। रास्ते पर लिखा होता है-नजर हटी तो दुर्घटना घटी। सुरक्षा से न करो कोई मस्ती, नहीं तो होगी जिंदगी सस्ती। हम अगर सतर्क रहें तो अपनी जिंदगी तो बचा ही सकते हैं दूसरों को भी जागरूक कर सकते हैं। प्लेन में कई बार एयरहोस्टेस सुरक्षा को लेकर जानकारी देती हैं। हम सभी ने कई बार सुना है। लेकिन इस्तेमाल करने की बात आएगी तो हम ऐसा नहीं कर पाएंगे। इसकी वजह कॉन्शस न होना है। अगर हम अपने लिए सेफ्टी का भाव जगा लें तो दूसरों की भी सुरक्षा कर पाएंगे।
 

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