रायपुर : राजधानी रायपुर के हृदयस्थल पर करीब 19 एकड़ क्षेत्र में बनाए जा रहे ऑक्सीजोन में शहरवासियों को जंगल का लुक और प्रकृति के सानिध्य का एहसास होगा। यहां फलदार, छायादार और जंगली प्रजातियों के वृक्ष लगाए जा रहे है साथ ही यहां जो वॉटर बॉडी, पेगौड़ा और लोगों के बैठने के स्थान बनाए जा रहे उन्हें पूरी तरह नेचुरल लुक प्रदान किया जाएगा जिससे लोगों को यहां शहर के बीचोबीच शुद्ध ऑक्सीजन और स्वच्छ वातावरण के साथ ही प्रकृति का सानिध्य मुहैया हो सकेगा। वन विकास निगम के प्रबंध निदेशक राजेश गोवर्धन और कलेक्टर ओ.पी.चौधरी ने आज यहां शाम ऑक्सीजोन पहुंचकर दूसरे चरण के रहे निर्माण कार्य का जायजा लिया वहीं तीसरे चरण में किए जाने वाले कार्यो के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर नगर निगम के आयुक्त रजत बंसल, अपर कलेक्टर पी.एस.एल्मा सहित विभिन्न विभागों के विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
इस ऑक्सीजोन में कलेक्टोरेट चौक से खालसा स्कूल की जोर 12 मीटर चौड़ी सीमेन्ट कांक्रीट की सडक़ बनायी जा रही है जिसमें लीनियर पार्किंग की व्यवस्था होगी। इसके साथ ही ऑक्सीजोन के चारों तरह पार्किंग के साथ ही एक मल्टी स्टोरी पार्किंग की व्यवस्था यहां की जा रही है जिससे एक ही समय में करीब 500 गाडियोंं की पार्किंग हो सकेगी। ऑक्सीजोन में प्रवेश के लिए चारों तरफ से मेन गेट के साथ ही इतने ही बीच-बीच में छोटे गेट भी होंगे जहां से लोग यहां प्रवेश कर सकेंगे। ऑक्सीजोन के 19 एकड़ क्षेत्र में फलदार, छायादार और अधिक मात्रा में ऑक्सीजन उत्सर्जित करने वाले विभिन्न प्रजातियों के पौधों के साथ ही लोगों के वाकिंग, जॉगिंग के लिए पाथवे, कसरत के लिए 4 से 5 स्थानों में ओपन एयर जिम की व्यवस्था, वॉटर बॉडी और बैठने के लिए 10 से 12 पैगोड़ा बनाए जा रहे है जहां बैठकर लोग इसके सुंदर नजारा और प्रकृति के सानिध्य का एहसास कर सकेंगे।
ज्ञातव्य है कि राजधानी रायपुर के शहर के बीचोबीच बनाए जा रहे इस ऑक्सीजोन के निर्माण से जहां शहरवासियों को शहर के बीच में ही हरा-भरा, खुशनुमा, स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण मिल सकेगा वहीं शहर के प्रदूषण को नियंत्रित करने में यह अहम भूमिका निभाएगा।
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