परमवीर चक्र विजेता आजादी के बाद पहली बार राष्ट्रध्वज उठाने वाले 5 सैनिकों में से एक लांस नायक करम सिंह की पुण्यतिथि आज

रायपुर। लांस नायक करम सिंह की आज पुण्यतिथि है। 1941 को उन्होंने सिख रेजिमेंट की पहली बटालियन में दाखिला लिया। उसके बाद द्वितीय विश्व युद्ध के बर्मा अभियान में हिस्सा लिया और एडमिन बॉक्स की लड़ाई में उनके आचरण और साहस के लिए उन्हें मिलिट्री मैडल से सम्मानित किया गया था। वह 1947 में आजादी के बाद पहली बार भारतीय ध्वज को उठाने के लिए चुने गए पांच सैनिकों में से एक थे। सिंह बाद में सूबेदार के पद पर पहुंचे और सितंबर 1969 में उनकी सेवानिवृत्ति से पहले उन्हें मानद कैप्टन का दर्जा मिला।1948 में पाकिस्तान ने टिथवाल की रीछमार गली से हमला कर भारतीय सेना को पीछे धकेलने की कोशिश की। मगर मौके पर मौजूद करम सिंह ने उनकी इस कोशिश को सफल नहीं होने दिया। फ़ॉरवर्ड पॉइंट पर मौजूद करम सिंह ने अपनी बंदूक से पाक सेना के हर वार का मुंहतोड़ जवाब दिया। पाकिस्तान ने एक के बाद एक, करीब 8 बार उनकी पोस्ट पर कब्जे़ की कोशिश की, मगर करम सिंह को मात नहीं दे सके। लांस नायक करम सिंह को 1948 में उनकी वीरता के लिए परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। 20 जनवरी सन 1993 को लांस नायक कर्म सिंह जी की मृत्यु हो गई।