छत्तीसगढ़बिलासपुर

बिलासपुर : बिलासपुर से नागपुर के बीच चलेगी हाई स्पीड ट्रेन

बिलासपुर  : मुबई-हावड़ा के बीच बिलासपुर जोन से होकर चलने वाली ट्रेनों की स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा करने की कवायद तेजी से शुरू कर दी गई है। इस रूट पर जितने भी रेलवे जोन आते हैं उन सभी से वर्तमान ट्रैक और उससे संबंधित सभी तरह की जानकारी मांगी गई है। यह जानकारी रेलवे जोन से सेंट्रल रेलवे को भेज दी गई है।
रेलवे बोर्ड ट्रेनों की स्पीड बढ़ाए जाने के मामले पर गंभीरता से काम कर रहा है। पूर्व में बिलासपुर-नागपुर के बीच हाई स्पीड ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया था। लेकिन अब यह मुंबई हावड़ा के मध्य चलने वाली सभी ट्रेनों की स्पीड बढ़ाकर 160 किलोमीटर प्रति घंटा करने की तैयारी चल रही है। मुंबई-हावड़ा रूट के लिए सेंट्रल रेलवे जोन को नोडल एजेंसी बनाया गया है। मुंबई से हावड़ा के बीच जितने भी जोनल मुख्यालय आते हैं उन सभी से उनके ज्यूरिसडिक्शन एरिया में आने वाली रेलवे लाइन और उनकी समस्याओं की विस्तारित जानकारी मांगी गई थी। उसके बाद बिलासपुर रेलवे जोन में लगभग 5 महीने पहले जानकारी नोडल जोन सेंट्रल रेलवे जोन को भेज दी है। बिलासपुर के क्षेत्राधिकार में झारसुगड़ा से लेकर नागपुर तक लगभग 600 किलोमीटर रेलवे लाइन है। वर्तमान में मुंबई हावड़ा के मध्य जो रेल लाइन बिछी हुई है वह 110 किलोमीटर प्रति घंटा रफ्तार के हिसाब से बनी है। अगर इस स्पीड को 160 किलोमीटर प्रति घंटा करना है तो इस रूट पर जितने भी कर्व यानी कि घुमावदार ट्रैक हैं उन सभी को सीधा या कम घुमावदार करना होगा। प्रत्येक जोन ने अपने-अपने क्षेत्र के ऐसे कर्व वाले रेलवे ट्रैक की जानकारी भेज दी है। ट्रैक का कर्व सीधा करने के साथ-साथ ट्रैक की फिटिंग की खुशी में सहित अन्य तरह के और भी फिटिंग पर ध्यान दिया गया है। हाई स्पीड ट्रेन चलने पर सबसे ज्यादा परेशानी रेलवे फाटक से आने वाली है इसलिए सभी रेलवे फाटक को जल्द से जल्द बंद करने की तैयारी चल रही है।
मुंबई से हावड़ा तक हाईस्पीड ट्रेन चलाने कागजी कार्यवाही तेज,
ट्रेनों की रफ्तार 160 किमी प्रति घंटे होगी
इस तरह के घुमावदार रेलवे ट्रैक सीधे किए जाएंगे।
कोई टाइम लिमिट नहीं
हाईस्पीड ट्रेन के लिए यह प्रोजेक्ट कब शुरू होगा और कब पूर्ण होगा। इसका कोई टाइम लिमिट नहीं है।

सारा दारोमदार रेलवे बोर्ड पर है। ट्रैक को दोनों तरफ से जाली फेंसिंग किया जाएगा। ताकि कोई जानवर या

ऐसी चीज ना आ जाए जिससे स्पीड से चल रही ट्रेन टकराने पर बड़ा हादसा होने का अंदेशा हो।
 

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