रायपुर ; शिक्षाकर्मियों के उड़े होश : हड़ताल में शामिल न होने वालों का जुटाया जा रहा आंकड़ा
रायपुर ; संविलियन सहित अन्य मांगों को लेकर गत 20 नवंबर से 4 दिसंबर तक चले शिक्षाकर्मियों के आंदोलन (हड़ताल) में शामिल न होने वाले शिक्षाकर्मियों की जानकारी जुटाई जा रही है। यह जानकारी पूर्ण होने पर यह पता चल जाएगा कि हड़ताल में कौन-कौन शामिल था। यह जानकारी किस उद्देश्य से जुटाई जा रही है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन इस तरह के आंकड़े लिए जाने से शिक्षाकर्मियों के मन में एक बार फिर से कई तरह की आशंकाएं उठ रही है।
प्रदेश के करीब 2 लाख शिक्षाकर्मियों ने अपने संविलियन सहित अन्य मांगों को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार आंदोलन चलाया था। 20 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे शिक्षाकर्मियों की हड़ताल 4 दिसंबर को समाप्त हुई थी। इधर शिक्षाकर्मियों के आंदोलन समाप्त होने के बाद अब अचानक एक पत्र ने शिक्षाकर्मियों के होश उड़ा दिया है। दरअसल वर्तमान में एक पत्र जारी हुआ है, जिसमें सभी प्राचार्यों, प्रधान पाठकों से यह जानकारी मांगी जा रही है कि हड़ताल में शामिल न होने वाले शिक्षाकर्मियों की समस्त जानकारी प्रपत्र में दर्ज कर जमा की जाए। यदि सभी स्कूलों से यह प्रपत्र जमा हो जाता है कि यह स्पष्ट हो जाएगा कि राज्य सरकार के खिलाफ चलाए गए इस आंदोलन में कौन-कौन शिक्षाकर्मी शामिल थे और वे कहां-कहां से आए थे। इस आशय का पत्र जारी होने के बाद अब शिक्षाकर्मियों के होश एक बार फिर से उड़ गया है। शिक्षाकर्मियों के मन में यह बात भी चल रही है कि आंदोलन समाप्त होने के इतने दिनों बाद आखिर इस तरह के आंकड़े क्यों जुटाए जा रहे हैं? राज्य सरकार की मंशा क्या है? इधर इस मामले में शिक्षाकर्मियों के एक नेता ने कहा कि इस तरह का आंकड़ा जुटाया जाना शिक्षाकर्मियों को फिर से उद्वेलित कर सकता है, इसके बजाए शिक्षाकर्मियों के बकाये वेतन जारी करने का फरमान जारी होना चाहिए था।