राजनांदगांव: आपका गौरव है शहर, मेहनत कर स्वच्छता सर्वे में बनाएं नंबर वन – महापौर
राजनांदगांव, स्वच्छता सर्वे केवल निगम प्रशासन के दायित्वों की परीक्षा ही नहीं है। यह केवल जनप्रतिनिधियों से जुड़े दायित्वों से जुड़ी परीक्षा मात्र नहीं है। यह इस बात की परीक्षा भी है कि नागरिक के रूप में हम अपने शहर को स्वच्छ बनाने में कितनी भूमिका निभाते हैं। अगर शहर स्वच्छता में पीछे रहता है तो नागरिक समुदाय के रूप में हम सबकी परीक्षा है कि अपने शहर का गौरव बढ़ाएं। यह संदेश आज पद्म गोविंदराम निर्मलकर आडिटोरियम में आयोजित हुए स्वच्छता सम्मेलन में महापौर मधुसूदन यादव एवं कलेक्टर भीम सिंह ने व्यक्त किए। इस मौके पर महापौर यादव ने कहा कि हमारे सामने अपने शहर को सबसे सुंदर बनाना लक्ष्य है। इसके लिए हमने नागरिक के रूप में अब तक क्या किया है इस बात की परीक्षा स्वच्छता सर्वे में होगी। स्वच्छता सर्वे के लिए आई केंद्रीय टीम को नागरिकों की ओर से जितनी सकारात्मक बातें सुनने मिलेंगी, राजनांदगांव नगर का स्कोर उतना ही अधिक होगा, इसलिए पूरी तन्मयता से शहर के गौरव को बढ़ाने के इस बड़े अभियान में लग जाएं। कलेक्टर भीम सिंह ने कार्यक्रम में कहा कि स्वच्छता सर्वे के लिए अब केवल एक हफ्ते शेष हैं। आपने बीते कई महीनों से अपने शहर को स्वच्छ बनाने में कड़ी मेहनत की है। अब आखरी जोर लगाने की बारी है ताकि शहर से गंदगी को पूरी तरह से निकाला जा सके। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान में थोड़ी सी चूक और ढिलाई से भी काफी नुकसान हो सकता है अतएव जिस वार्ड की जिम्मेदारी आप संभाल रहे हैं वहाँ सुनिश्चित करें कि किसी भी तरह से साफ-सफाई में बाधा न आए। इस कार्य में किसी तरह की परेशानी आती है तो तुरंत नगर निगम कमिश्नर को अवगत कराएं। प्रशासन के लिए स्वच्छता प्राथमिकता का विषय है इस संबंध में आपसे मिले फीडबैक अहम होंगे ताकि इसे दुरूस्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि वार्डों की सफाई के साथ ही सार्वजनिक शौचालयों तथा यूरिनलों की नियमित सफाई भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि डोर डू डोर कलेक्शन में समय की नियमितता का बहुत महत्व होता है। अगर समूह नियमित रूप से यह कार्य नहीं करते हैं तो नागरिकों में असंतोष होता है इसलिए इस पर पूरा ध्यान दें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण होना है और इसमें बहुत से अंक नागरिक फीडबैक पर भी हैं। सर्वे के लिए आए अधिकारी नागरिकों से स्वच्छता सर्वे की जागरूकता के संबंध में प्रश्न पूछेंगे, ऐसे में नागरिकों के मध्य इस बात की जागरूकता पैदा करना बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा नागरिक समुदाय की भागीदारी के बिना इस कार्य में सफलता नहीं मिल सकती। नगर की स्वच्छता के संबंध में किए जा रहे कार्यों में लोगों की रुचि बढ़ाने के लिए वार्ड के प्रबुद्ध एवं वरिष्ठजनों का सहयोग लें। नगर निगम सभापति शिव वर्मा ने कहा कि नागरिकों के सहयोग से सफाई अमले ने इस बार बड़ी मेहनत की है और स्वच्छता सर्वे में इसके अच्छे नतीजे देखने मिलेंगे। इस मौके पर नगर निगम कमिश्नर अश्विनी देवांगन ने कहा कि स्वच्छता का कार्य बेहद तत्परता वाला कार्य है। इस संबंध में थोड़ी सी भी ढिलाई बरतने पर शहर की सूरत बिगड़ जाती है। इसलिए बहुत जरूरी है कि जिस तत्परता से आप कार्य कर रहे हैं, वैसा ही उत्साह बनाये रखें। लोगों को स्वच्छता सर्वेक्षण की जानकारी दें। सार्वजनिक स्थलों में नियमित सफाई पर पूरा ध्यान दें। जिन वार्डों में बार-बार समझाइश दिए जाने के बावजूद कुछ लोगों द्वारा कचरा सार्वजनिक स्थल पर बिखेरा जा रहा है तो उन पर नजर रखकर जुर्माने के साथ ही वैधानिक कार्रवाई भी करें ताकि शहर को सुंदर बनाने के लिए जुटे नागरिक समुदाय का हौसला भी बढ़े और शहर को साफ-सुंदर बनाने की दिशा में हम तेजी से बढ़ सकें।
पान ठेलों में पीकदान, ठेलों में डस्ट बीन अनिवार्य –
पान ठेलों में पीकदान अनिवार्य होंगे। ठेलों में भी डस्ट बीन रखने होंगे। जिन वेंडर द्वारा इसका पालन नहीं किया जाता है। उन पर विधि अनुसार कार्रवाई की जाएगी।