रायपुर : छत्तीसगढ़ के इंजीनियरिंग कॉलेजों में केवल 32प्रतिशत सीटों में इस वर्ष छात्रों ने प्रवेश लिया है। यह चौंकाने वाली जानकारी मरवाही विधायक अमित जोगी के प्रश्न पर उच्च शिक्षा मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय द्वारा दिए गए जवाब से सामने आयी। उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया की प्रदेश में संचालित 47 इंजीनियरिंग कॉलेजों में कुल 20,267 सीटें हैं जिनमें से वर्ष 2017 – 2018 में केवल 6,542 सीटें भरी गयीं। 68प्रतिशत सीटें खाली रह गयीं। कुछ कॉलेज तो ऐसे हैं जहाँ नहीं के बराबर एडमिशन हुए हैं। इस विषय पर विधानसभा में पत्रकारों को प्रतिक्रिया देते हुए विधायक जोगी ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राज्य सरकार इंजीनियरों को रोजगार प्रदान करने में विफ ल रही है। प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में बच्चों को अच्छा कैंपस रिक्रूटमेंट नहीं मिल रहा है। इंजीनियरिंग कॉलेजों में शिक्षकों के अनेकों पद भी रिक्त पड़े हैं। यह इसी का नतीजा है कि विद्यार्थियों की प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला लेने में रूचि नहीं है। मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना से सम्बंधित एक अन्य प्रश्न के लिखित जवाब में मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय ने बताया कि पिछले 2 वर्षों में मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण देने में 184 करोड़ 80 लाख रूपए का व्यय किया गया है और 2,23,792 लोगों को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया गया है लेकिन इनमें से केवल 46प्रतिशत लोगों को ही रोजग़ार या स्वरोजग़ार मिल सका है। प्रशिक्षण प्राप्त 54 प्रतिशत लोग आज भी अपने जीवनयापन का साधन ढूंढने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अमित जोगी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उक्त दोनों प्रकरणों से यह स्पष्ट है कि राज्य सरकार प्रदेश के लोगों को रोजग़ार के अफसर उपलब्ध करवाने में विफल रही है।
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