महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तार किए गए एक कथित कैश कूरियर असिम दास को शुक्रवार को यहां एक स्पेशल कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। कूरियर असीम दास ने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल पर लगाए आरोपों को वापस ले लिया है। दास ने स्पेशल कोर्ट के सामने दावा किया कि उसे एक साजिश के तहत फंसाया गया था और उसने कभी भी राजनेताओं को नकदी नहीं पहुंचाई थी। बता दें कि कथित कैश कूरियर असीम दास और कांस्टेबल भीम सिंह यादव को ईडी ने 3 नवंबर को गिरफ्तार किया था।
दास के वकील शोएब अल्वी के मुताबिक, दोनों को उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने पर शुक्रवार (24 नवंबर) को धन शोधन निवारण अधिनियम मामलों के विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत के समक्ष पेश किया गया। न्यूज़ एजेंसी PTI के मुताबिक, दास ने जेल से ईडी के निदेशक को पत्र लिखा था कि उन्हें इस मामले में फंसाया जा रहा है और केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें अंग्रेजी में एक बयान पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया, जिस भाषा को वह समझते भी नहीं हैं। बता दें की ईडी ने दावा किया था कि फोरेंसिक विश्लेषण और कैश कूरियर दास के एक बयान से चौंकाने वाले आरोप लगे हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था, इन पैसों को सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के चुनावी खर्चों के लिए बड़ी मात्रा में नकदी देने के लिए यूएई से ऐप प्रमोटरों द्वारा भेजा गया था।