Ladakh Violence: लेह हिंसा में 4 मौत के बाद बड़ा एक्शन, सोनम वांगचुक गिरफ्तार; विदेशी फंडिंग का लाइसेंस हुआ रद्द

लद्दाख में हाल ही में भड़की हिंसा और चार लोगों की मौत के बाद केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वांगचुक 10 सितंबर 2025 से लद्दाख को राज्य का दर्जा, संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने सहित कई मांगों को लेकर अनशन पर बैठे थे।
लेह हिंसा और कर्फ्यू
अनशन के 15वें दिन यानी 24 सितंबर को लेह में हिंसा भड़क गई। प्रदर्शनकारी युवाओं ने भाजपा कार्यालय और लेह स्वायत्त विकास परिषद में आगजनी और तोड़फोड़ की। सुरक्षाबलों के वाहनों को भी निशाना बनाया गया।
- इस हिंसा में 4 लोगों की मौत और 70 से ज्यादा लोग घायल हुए।
- जिले में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है।
- हिंसा के बाद सोनम वांगचुक ने अपना अनशन समाप्त कर दिया।
सरकार का बड़ा एक्शन
गुरुवार को गृह मंत्रालय ने सोनम वांगचुक के NGO का FCRA लाइसेंस रद्द कर दिया। आरोप है कि NGO ने बार-बार विदेशी फंडिंग नियमों का उल्लंघन किया है। इस मामले में CBI जांच भी जारी है।
सोनम वांगचुक का बयान
हिंसा के बाद जारी वीडियो संदेश में वांगचुक ने कहा कि आंदोलन के शांतिपूर्ण रहते हुए भी युवाओं की नाराजगी भड़क उठी। उन्होंने इसे “एक तरह की जेन जी क्रांति” कहा, लेकिन युवाओं से अपील की कि वे हिंसा का रास्ता न अपनाएं। उनके मुताबिक –
- “हिंसा मेरी 5 साल की कोशिशों को नाकाम कर देगी।”
- “हमारी लड़ाई शांतिपूर्ण तरीके से ही आगे बढ़नी चाहिए।”
अब तक की स्थिति
- सोनम वांगचुक गिरफ्तार
- NGO का FCRA रजिस्ट्रेशन रद्द
- CBI जांच जारी
- लेह में कर्फ्यू लागू
यह मामला लद्दाख की राजनीति और युवाओं के भविष्य को सीधा प्रभावित करता दिख रहा है।