“MLA फंड से रिश्तेदारों को 40-40 हजार: विधायक ईश्वर साहू की लिस्ट वायरल, कांग्रेस ने लगाया ‘भाई-भतीजावाद’ का आरोप”

रायपुर। राजनीति में जहां आमतौर पर नेता संपत्ति और पॉवर की होड़ में रहते हैं, वहीं छत्तीसगढ़ के एक विधायक ईश्वर साहू ने एक अनोखा ट्रेंड सेट कर दिया है। साहू ने अपने MLA फंड से मिली स्वेच्छानुदान की राशि अपने गांव-जवार और रिश्तेदारों में ही बाँट दी — और अब इस ‘नेकी’ का सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है।
क्या है मामला?
बेमेतरा जिले के साजा विधायक ईश्वर साहू की एक लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है, जिसमें दिख रहा है कि उन्होंने करीब 20 से ज़्यादा नजदीकी रिश्तेदारों को 40-40 हज़ार रुपये तक की मदद दी है। सूची में भाई, भतीजे, बहनोई, ममेरे भाई, चचेरे भाई… सबका नाम चमक रहा है।
कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस का कहना है कि विधायक ने सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर अपने रिश्तेदारों को फायदा पहुँचाया है। मतलब, पब्लिक मनी को ‘परिवारिक ट्रस्ट’ समझ बैठे!
ईश्वर साहू का जवाब भी दमदार
“मैं एक गरीब परिवार से आया MLA हूं। जिन रिश्तेदारों ने मेरे मुश्किल वक्त में साथ दिया, उन्हें मदद दी तो कौन-सा गुनाह कर दिया?”
साहू कहते हैं कि उन्होंने करीब 2000 आवेदन भेजे थे, पर केवल 5-7 सौ को ही राशि मिली। जो लिस्ट वायरल हो रही है, वह अधूरी और भ्रामक है।
अब जनता पूछ रही है
क्या गरीब विधायक अपने नजदीकी लोगों की मदद करे तो वो गलत है, और अगर अमीर नेता कॉरपोरेट्स को फायदा पहुंचाएं तो वो नीति?