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कोटा से 719 छात्र-छात्राएं रायपुर पहुंचे, 14 दिन रहेंगे क्वारंटाइन

रायपुर ,  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पहल पर राजस्थान के कोटा में लाॅकडाउन के दौरान फंसे छतीसगढ के विभिन्न जिलों के 719 छात्र-छात्राओं का आज सुबह से रायपुर पहुंचने का क्रम शुरू हो गया । ये बच्चें कोटा से परसों रात रवाना हुए थे। ऐहतियात के तौर पर इन बच्चों को उनके मूल जिले के अलग राज्य के दूसरे जिलों में 14 दिनों के क्वेरेंटाइन अवधि में रखा जा रहा है।

इन बच्चों को रायपुर में चिन्हित किये गए प्रयास आवासीय विद्यालय बालक छात्रावास सड्डू, प्रयास आवासीय विद्यालय बालिका छात्रावास गुढियारी , ज्ञान गंगा स्कूल छात्रावास , एन एच गोयल स्कूल छात्रावास और राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र में ठहराया गया है।

कोरोना वायरस के रोकथाम और बचाव के लिए सभी छात्र-छात्राओं का ठहराए गए स्थानों में पूर्णतः सेनिटाइज किया गया है । रायपुर पहुंचने के बाद विद्यार्थियों का स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है तथा थर्मल स्कैनिंग के साथ रेपिड टेस्टिंग किट से जांच की जा रही है । इसी तरह सोशल डिस्टेशिग और अन्य निर्देश का पालन करने पर जोर दिया जा रहा है ।

कलेक्टर रायपुर डा एस भारती दासन और जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ङा गौरव कुमार सिंह ने प्रयास संस्था के बालक और बालिका छात्रावास पहुंच कर यहां आए बच्चों से मुलाकात की और कहा कि वे अब अपने गॄह राज्य में है। यहां भोजन, निवास सहित सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हैं ।

गाइडलाइन के अनुसार उनके, उनके परिवार के और सभी के अच्छे स्वास्थ्य के लिए हरसंभव सावधानी बरतने की जरूरत है । यहां चिकित्सा , सुरक्षा के साथ पढाई का नैसर्गिक वातावरण भी है। इसी तरह वे आगे भी अपने धैर्य , शांति और हिम्मत को बनाए रखे तथा अपने पालको और माता-पिता को अपनी सकुशलता की जानकारी दे।

बातचीत के दौरान रायपुर पहुंचे बच्चों ने भी छत्तीसगढ़ राज्य के सहयोग और प्रयासों की सराहना की और प्रशासन सहित मुख्यमंत्री भूपेश बधेल को इसके लिये धन्यवाद दिया।

यह भी उल्लेखनीय है कि कुछ बच्चे अपनी माँ के साथ भी कोटा से यहां पहुंचे हैं। उन्हे भी इन केन्द्रों में 14 दिन क्वारेन्टाइन अवधि में गुजारने की सुविधा दी गई है ।

 

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