रायपुर : विधानसभा में आज कांग्रेस ने आस्ट्रेलियाई कंपनी रियो टिंटो को छत्तीसगढ़ राज्य में खनन के लिए आमंत्रित करने के मुद्दे पर जमकर हंगामा किया। कांग्रेस सदस्यों ने कहा कि यह कंपनी नीरव मोदी की सहयोगी कंपनी है जिसे नॉर्वे सरकार ने ब्लैकलिस्टेड कर रखा है। कांग्रेस सदस्यों ने इस मुद्दे पर काम रोको प्रस्ताव लाकर आसंदी से इस पर तुरंत चर्चा कराए जाने की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष ने नियमों का हवाला देते हुए काम रोको प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया, जिसके बाद कांग्रेस सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में प्रवेश करते हुए नारेबाजी करने लगे। जिससे कांग्रेसी सदस्य स्वयमेव निलंबित हो गए। इससे पूूर्व कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित भी की गई थी।
प्रश्रकाल के तुरंत बाद कांग्रेस सदस्य भूपेश बघेल, सत्यनारायण शर्मा एवं नेताप्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने इस मुद्दे को उठाया। कांग्रेस सदस्यों ने काम रोको प्रस्ताव की सूचना देते हुए विधानसभा अध्यक्ष से इस पर तुरंत चर्चा कराए जाने की मांग की। कांगे्रस के स्थगन प्रस्ताव में कहा गया है कि छग सरकार प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र में निवेश के नाम पर छग को लुटाने का कार्य कर रही है। छग सरकार के मुख्यमंत्री अपने चहेते अधिकारियों एवं सलाहकारों के साथ 14 जनवरी से 24 तक आस्ट्रेलिया दौरे पर थे वहां पर उन्होंने आस्ट्रेलियाई कंपनी रियो टिंटो को राज्य में खनन के लिए आमंत्रित किया।
जबकि यह कंपनी नीरव मोदी की सहयोगी कंपनी है जिसे नार्वे सरकार ने ब्लैकलिस्टेड कर रखा है साथ ही यह कंपनी मप्र में बदंर छतरपुर परियोजना को बीच में ही छोड़ कर भाग गई थी। नीरव मोदी ने 11394 करोड़ रूपए के देश के सबसे बड़े बैंकिग घोटाले को अंजाम दिया है एवं 150 फर्जी कंपनियों से भी जुड़ा है रियो टिंटो कंपनी के खिलाफ ब्रिटेन की सीरियस फ्राड आफिस ने पिछले साल जांच शुरू की है इसके अलावा यूएस सेक्यारिटी और एक्सचेंज कमीशन भी मोजाम्बिक में कोयले की खदानों की एक डील को लेकर रियो टिंटो की जांच कर रहा है रियो पर चीन के अलावा अन्य देशों में भी घूस देकर खदाने हासिल करने के आरोप लगे है। राज्य सरकार की ओर से छग सरकार के मुख्यमंत्री एवं उद्योग विभाग के आला अधिकारियों का प्रतिनिधि मंडल 18 को अपने आस्ट्रेलिया दौरे के दौरान रियो टिंटो के मुख्य सलाहकार जानथन रोज से मुलाकात कर छग में निवेश का आमंत्रण दिया है। देश एवं विदेशों में ब्लैक लिस्टेड एवं देश के बैंकिग क्षेत्र में करोड़ों का घोटाला कर भागने वाले नीरव मोदी की सहयोगी कंपनी रियो टिंटो को प्रदेश में निवेश हेतु बुलाने के पहले उसकी पुख्ता जांच क्यों नहीं की गई क्या राज्य सरकार छग में भी कोई बढ़ा घोटाला होने का इंतजार कर रही है। सरकार के संबंधित विभाग सोये हुए है ऐसे सवाल प्रदेशवासियों के मन में लगातार उठ रहे है। रियो टिंटो कंपनी को वर्ष 2014 में भी प्रदेश में हीरा पूर्वेक्षण की अनुमति दी गई थी जिसका हवाई सर्वेक्षण कराने के बाद कंपनी ने कार्य शुरू किये बिना ही भाग गई। राज्य सरकार द्वारा इस प्रकार महाघोटालेबाजों को प्रदेश में निवेश का खुला न्योता देने से जहां राज्य सरकार की विश्वसनीयता पर प्रश्र चिंह लगता है। कांग्रेस के इस काम रोको प्रस्ताव को विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि कल्पना के आधार पर सदन में कोई भी स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो सकती है। आसंदी द्वारा स्थगन प्रस्ताव खारिज करने के बाद कांग्रेस सदस्यों ने सदन में नारेबाजी शुरू की। कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के बीच अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी पर सदन की कार्यवाही पुन: शुरू होने पर भी कांग्रेस सदस्यों ने अपनी मांग पर अड़े रहे और स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराए जाने की मांग करते रहे। इसके बाद भी जब आसंदी द्वारा स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करने पर कांग्रेस सदस्य नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में प्रवेश कर नारेबाजी करने लगे। चूंकि नियमानुसार गर्भगृह में पहुंचने पर सदस्य स्वयमेव निलंबित हो जाते है। इसलिए अध्यक्ष ने उनके निलंबन की घोषणा करते हुए निलंबित सभी सदस्यों को सदन से बाहर जाने के लिए कहा।