गिरफ्त में आया कोयला खदान में पोकलेन मशीन से डीजल चोरी करने वाला गिरोह, गश्ती टीम ने दबोचा

दीपका कोयला खदान के अंदर घुस पोकलेन मशीन से डीजल चोरी कर रहे गिरोह पर गश्त में निकली सीआइएसएफ की टीम की नजर पड़ी। उन्हें पकडऩे जैसे ही आगे बढ़े चोर कैम्पर लेकर भागने लगे। टीम ने बेरियर बंद करने वायरलेस से सूचना दी, पर दुस्साहसी चोर एक इंस्पेक्टर को वाहन से टक्कर मारते हुए खदान से बाहर निकल गए। घायल अवस्था में इंस्पेक्टर को अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
एसईसीएल की ओपन कास्ट कोयला खदान डीजल चोरों के निशाने पर है। किस तरह कटघोरा जेलब्रेक कांड के अपराधी समेत कई शातिर अपराधी गिरोह बनाकर खदानों में डीजल चोरी कर रहे, इसका पर्दाफ ाश लगातार किया जा रहा। इस बीच शनिवार की रात को कैम्पर में सवार चोर दीपका खदान के अंदर प्रवेश कर गए। बताया जा रहा है कि सीआइएसएफ के उपनिरीक्षक विकास सिंह तोमर जवानों के साथ खदान में गश्त कर रहे थे। करीब 10.40 बजे उनकी नजर खदान के अंदर खड़ी एक पोकलेन से डीजल चोरी करते गिरोह पर पड़ी।
करीब 200 मीटर के अंतर में गश्ती वाहन खड़ा कर दौड़ते हुए आरोपितों को दबोचने आगे बढ़े। टीम को आते देख चोर कैम्पर में सवार होकर भागने लगे। यह देख उन्होने वायरलेस से बेरियर पर तैनात इंस्पेक्टर एनके प्रजापत को घटना से अवगत कराया और आरोपितों को दबोचने उन्होंने बेरियर गिरा दिया। डीजल चोर गिरोह ने दुस्साहस करते हुए बेरियर के बगल से निकली पगडंडी की ओर गाड़ी मोड़़ ली। सामने आ गाड़ी को रोकने का प्रयास इंस्पेक्टर ने किया तो उन्हें भी ठोकर मारते हुए चोर भाग निकले। कैम्पर की चपेट में आने से इंस्पेक्टर प्रजापत के सिर व हाथ में गंभीर चोट आई है। उन्हें उपचार के लिए एसईसीएल के विभागीय चिकित्सालय नेहरू शताब्दी में दाखिल कराया है। पुलिस ने अज्ञात डीजल चोरों के खिलाफ 323, 379, 447, 511, 34 का माम
ला पंजीबद्ध कर लिया है