
रायपुर। नए सत्र की शुरुआत को यादगार बनाते हुए जिले में ‘शाला प्रवेशोत्सव’ बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, “गुरुओं की कृपा से ही जीवन में प्रगति मिलती है। आज का दिन केवल स्कूल का पहला दिन नहीं, बल्कि भविष्य की दिशा तय करने वाला उत्सव है।” उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन ही जीवन की नींव है, इसलिए इसे बोझ नहीं, एक अवसर की तरह लें और तनाव मुक्त होकर पढ़ाई करें।
उत्सव में शामिल छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। उन्होंने जोर देकर कहा, “शिक्षा केवल डिग्री नहीं, चरित्र और संस्कार गढ़ने का माध्यम है।” उन्होंने राज्य में शिक्षक-छात्र अनुपात को संतोषजनक बताया और कहा कि युक्तियुक्तकरण से अब शिक्षा सभी बच्चों के लिए और अधिक सुलभ हो रही है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि बिलासपुर के एक स्कूल में शैक्षणिक कार्यों के लिए 20 लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे।
विधायक श्री सुशांत शुक्ला ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन की सराहना करते हुए कहा कि आज हर बच्चा शिक्षा का अधिकार पा रहा है। उन्होंने कहा, “जब बेटियाँ पढ़ेंगी, तभी समाज भी आगे बढ़ेगा।”
इस गौरवपूर्ण आयोजन में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी, उपाध्यक्ष श्रीमती ललिता संतोष कश्यप, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, नगर निगम आयुक्त श्री अमित कुमार, और जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप अग्रवाल सहित कई गणमान्य नागरिकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान: प्रकृति से जुड़ने की अनूठी पहल
कार्यक्रम के दौरान ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान 2.0 के तहत अतिथियों ने विद्यालय परिसर में नीम के पौधे रोपे। इस पर्यावरणीय पहल ने शाला प्रवेशोत्सव को एक नई गहराई दी।
बच्चों की प्रस्तुतियों ने मोहा मन
इस अवसर पर बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्रीमती सुनीता ध्रुव और समग्र शिक्षा की एपीसी श्रीमती सुनीता पाण्डेय ने सभी बच्चों के लिए विशेष न्योता भोज का आयोजन कर उत्सव को और भी यादगार बना दिया।