
रायपुर। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में एक शराबी आरक्षक की हरकतों ने पुलिस महकमे की छवि को शर्मसार कर दिया है। सोमवार 30 जून को लालबाग थाना क्षेत्र में डायल 112 के ड्राइवर और एक आरक्षक के साथ मारपीट की घटना सामने आई है। पूरा मामला CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हुआ है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
मामला लालबाग थाने में पदस्थ आरक्षक महेंद्र साहू से जुड़ा है, जो शराब के नशे में सिविल ड्रेस में ड्यूटी पर पहुंचा था। थाने में सबसे पहले उसने अपने साथी पुलिसकर्मियों से गाली-गलौज और बदसलूकी की। इसके बाद किसी बात को लेकर डायल 112 के ड्राइवर के साथ मारपीट कर दी। ड्राइवर ने तुरंत महेंद्र के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत के बाद अन्य पुलिसकर्मी महेंद्र साहू को मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल लेकर गए। वहां एक और हंगामा खड़ा हो गया। अस्पताल में साथी आरक्षक प्रभात तिवारी किसी से फोन पर बात कर रहे थे, तभी महेंद्र ने अचानक बेल्ट से प्रभात पर हमला कर दिया।
हमले के बाद प्रभात तिवारी ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए महेंद्र को पकड़ा और उसे आठ थप्पड़ जड़ दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि कुछ नहीं कर पाएगा, कुछ नहीं कर पाएगा। पूरी घटना अस्पताल के CCTV में कैद हो गई, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
वीडियो सामने आने के बाद राजनांदगांव एसपी मोहित गर्ग ने तत्काल प्रभाव से महेंद्र साहू को निलंबित कर दिया है। साथ ही मामले की जांच के लिए CSP पुष्पेंद्र नायक को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। फिलहाल मामले की विस्तृत जांच जारी है।
यह घटना पुलिस विभाग की आंतरिक अनुशासन व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है और यह स्पष्ट करती है कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की गतिविधियों पर निगरानी और नियंत्रण कितना आवश्यक है।