उपराष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मियां तेज, सत्ता और विपक्ष आमने-सामने

देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा, इसको लेकर दिल्ली की सियासत में हलचल तेज़ हो गई है। एनडीए जहां अपने उम्मीदवार को लेकर मंथन में जुटा है, वहीं विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ भी मोर्चा कस रहा है और संयुक्त उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है।
खड़गे ने थामा कमान, विपक्षी दलों से कर रहे संपर्क
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे विपक्ष के सभी प्रमुख नेताओं से संपर्क में हैं। उनका कहना है कि परिणाम चाहे जो भी हो, विपक्ष को एकजुट होकर मज़बूत संदेश देना चाहिए। अभी तक उम्मीदवार के नाम पर सहमति नहीं बनी है, लेकिन चर्चा ज़ोरों पर है।
कांग्रेस सूत्रों की मानें तो ‘INDIA’ गठबंधन उपराष्ट्रपति पद के लिए एक साझा उम्मीदवार उतारने पर लगभग सहमत है। हालांकि कुछ दलों की राय है कि पहले बीजेपी अपने पत्ते खोले, फिर विपक्ष अपना उम्मीदवार सामने लाए।
खड़गे इसी सिलसिले में सोमवार को ‘INDIA’ गठबंधन के सांसदों के लिए रात्रिभोज का आयोजन भी करने जा रहे हैं।
राहुल गांधी के घर पर विपक्ष की ताकतवर बैठक
हाल ही में विपक्षी दलों की एक बड़ी बैठक राहुल गांधी के आवास पर हुई, जिसमें 25 दलों के बड़े नेता शामिल हुए। इनमें सोनिया गांधी, शरद पवार, फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, उद्धव ठाकरे और कमल हासन जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
बैठक में बिहार में मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों और भाजपा के कथित “वोट चोरी मॉडल” पर चर्चा हुई। राहुल गांधी ने इस पर एक प्रस्तुति भी दी।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इस बैठक को विपक्ष की अब तक की सबसे सफल बैठकों में से एक बताया। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि इस बैठक में उपराष्ट्रपति चुनाव पर बहुत ज़्यादा चर्चा नहीं हुई।
धनखड़ का इस्तीफा और आगे की प्रक्रिया
जगदीप धनखड़ ने 4 अगस्त को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि इसके पीछे राजनीतिक कारणों की भी चर्चा चल रही है।
अब चुनाव आयोग ने 9 सितंबर को चुनाव की तारीख तय कर दी है।
नामांकन की अंतिम तारीख: 21 अगस्त
जांच: 22 अगस्त
नाम वापसी की अंतिम तारीख: 25 अगस्त
इस चुनाव में कुल 781 सांसद वोट डालेंगे और जीत के लिए किसी भी उम्मीदवार को कम से कम 391 वोट चाहिए होंगे। एनडीए के पास इस समय करीब 422 सांसदों का समर्थन बताया जा रहा है।
तीन नामांकन पहले ही हो चुके खारिज
अब तक उपराष्ट्रपति पद के लिए तीन नामांकन पत्र दाखिल किए जा चुके हैं, लेकिन उचित क्रम में न होने की वजह से राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी ने उन्हें अस्वीकार कर दिया है।
फिलहाल सबकी निगाहें दो बातों पर:
बीजेपी किसे मैदान में उतारती है?
और ‘INDIA’ उसका कैसे जवाब देता है?
राजनीतिक बिसात बिछ चुकी है, अब देखना यह है कि कौन सी चाल बाज़ी मार जाती है।