बिलासपुर में NHM कर्मियों की हड़ताल ने पकड़ा अनोखा रंग

बिलासपुर। जिले में एनएचएम कर्मियों की हड़ताल आज 14वें दिन भी जारी रही, लेकिन इस बार विरोध का तरीका कुछ खास और चुभता हुआ रहा। “क्या हुआ तेरा वादा…” की पुरानी दर्दभरी धुन पर कर्मियों ने अपनी टूटती उम्मीदों की आवाज उठाई — और वो भी खास अंदाज में।
प्रदर्शनकारी इस बार सिर्फ नारों तक सीमित नहीं रहे। उन्होंने राज्य के उपमुख्यमंत्री अरुण साव, स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल और वित्त मंत्री ओपी चौधरी के मुखौटे पहनकर एक तरह का प्रतीकात्मक नाटक प्रस्तुत किया। यह दृश्य जैसे सरकार से सीधा सवाल करता हो — वो वादे कहाँ गए जो तूता मैदान में किए थे?
छत्तीसगढ़ एनएचएम कर्मचारी संघ के कार्यकारी प्रांताध्यक्ष श्याममोहन दुबे ने साफ तौर पर कहा — “चुनाव से पहले कहा गया था कि 100 दिन के भीतर संविदा कर्मियों का नियमितीकरण किया जाएगा। आज 100 दिन क्या, सैकड़ों दिन बीतने को हैं, लेकिन वादा अब भी अधूरा है।”
हड़ताल का असर ज़िले के सभी प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों पर साफ नजर आ रहा है। जिला अस्पताल से लेकर पीएचसी, सीएचसी, सब-सेंटर, मानसिक आरोग्य केंद्र और सीएमएचओ कार्यालय तक — हर जगह कामकाज प्रभावित है।
कर्मचारियों ने सरकार द्वारा जारी ‘काम पर लौटने’ के नोटिस की प्रतियां भी जलाईं, जैसे यह जताने के लिए कि अब सिर्फ आश्वासन नहीं, ठोस कदम चाहिए।
प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष राजकुमार यादव, उपाध्यक्ष जीवन महंत, सचिव प्रमोद पटेल समेत कई पदाधिकारी और कर्मी शामिल रहे। आंदोलन अभी थमने के मूड में नहीं दिख रहा — और जब तक वादा पूरा नहीं होता, शायद यह गीत यूं ही गूंजता रहेगा…