फर्जी रिफंड का खुलासा: 700 करोड़ की टैक्स चोरी का भंडाफोड़!

इनकम टैक्स रिटर्न भरने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आयकर विभाग ने दस्तावेजों की गहन जांच शुरू कर दी है। अब तक की जांच में 700 करोड़ रुपये से ज्यादा के फर्जी रिफंड का मामला उजागर हुआ है।
इस फर्जीवाड़े में गलत मेडिकल बिल, नकली दान की रसीदें और झूठे खर्च दिखाकर लोगों ने रिफंड क्लेम किया।
विभाग ने 20,000 रुपये से अधिक के रिफंड क्लेम वाले मामलों की जांच और तेज कर दी है। शुरुआती जांच में सामने आया कि दान की जिन संस्थाओं के नाम पर छूट ली गई, उनमें से कई पात्र ही नहीं थीं या उन्हें कोई राशि मिली ही नहीं।
जांच का नया दौर: हर दस्तावेज की होगी पड़ताल
अंतिम तारीख से ठीक पहले आए 3 करोड़ से ज्यादा ITR में से कई संदिग्ध
AI टूल्स + फील्ड इन्वेस्टिगेशन से हो रही है गहराई से पड़ताल
रिटर्न भरने वाले CA और एजेंट्स की भूमिका भी शक के घेरे में
फर्जी ईमेल ID से भरे गए थे रिटर्न
जांच में सामने आया कि कुछ मामलों में फर्जी ईमेल आईडी बनाकर बल्क ITR फाइल किए गए और फिर ईमेल डिलीट कर दिए गए, जिससे आयकर विभाग के नोटिस रिटर्न भरने वालों तक पहुंच ही नहीं पाए।
देशभर में सक्रिय नेटवर्क
दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब, मध्यप्रदेश और तमिलनाडु से जुड़े मामले
छापेमारी में डिजिटल सबूत और दस्तावेज जब्त
150 से ज्यादा जगहों पर कार्रवाई
सरकार की सख्ती, टैक्स चोरी करने वालों की अब खैर नहीं!