निर्माण श्रमिकों के लिए जनकल्याण योजनाएं बनीं सहारा, 4.68 करोड़ से अधिक की राशि वितरित

रायपुर। छत्तीसगढ़ श्रम विभाग द्वारा निर्माण एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकारों के कल्याण हेतु चलाई जा रही योजनाओं का लाभ महासमुंद जिले के पंजीकृत श्रमिकों तक निरंतर पहुँचाया जा रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, औजार सहायता, मातृत्व लाभ, मृत्यु सहायता और आवास जैसी योजनाओं ने हजारों श्रमिक परिवारों के जीवन में बदलाव लाया है। शिविर, पंजीयन और जागरूकता गतिविधियों के जरिए योजनाओं का लाभ तेजी से पात्रों तक पहुँचाया जा रहा है।
सीधे खातों में पहुँची 4.68 करोड़ से अधिक की सहायता राशि
कलेक्टर महासमुंद के मार्गदर्शन में श्रम कल्याण मंडल द्वारा डीबीटी के माध्यम से 14,788 श्रमिकों के खातों में 4 करोड़ 68 लाख 690 रुपए अंतरित किए गए। इस पहल से पारदर्शिता बनी रही और लाभ समय पर श्रमिकों को मिला।
सुरक्षा उपकरण सहायता योजना से 3,443 श्रमिक लाभान्वित
मुख्यमंत्री निर्माण मजदूर सुरक्षा उपकरण सहायता योजना के अंतर्गत 3,443 श्रमिकों को 51.64 लाख रुपए की सहायता प्रदान की गई। वहीं, श्रमिकों के बच्चों को निःशुल्क गणवेश एवं पुस्तक कॉपी सहायता योजना के तहत 3,005 श्रमिकों को 40.72 लाख रुपए की मदद मिली।
महासमुंद जिले के श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं से मिला लाभ
मुख्यमंत्री सायकल सहायता योजना – 2,724 श्रमिकों को 1.89 करोड़ रुपए
औजार सहायता योजना – 2,629 श्रमिकों को 91.41 लाख रुपए
नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना – 2,323 श्रमिकों को 44.10 लाख रुपए
नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना – 287 श्रमिकों को 57.40 लाख रुपए
श्रमिक सियान सहायता योजना – 150 श्रमिकों को 30 लाख रुपए
नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना – 108 श्रमिकों को 5.82 लाख रुपए
मिनीमाता महतारी जतन योजना – 79 श्रमिकों को 15.80 लाख रुपए
मृत्यु, दिव्यांग एवं अन्य विशेष योजनाओं से भी राहत
निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना – 27 श्रमिकों को 27 लाख रुपए
सिलाई मशीन सहायता योजना – 9 श्रमिकों को 71,100 रुपए
उत्कृष्ट खेल प्रोत्साहन योजना – 3 श्रमिकों को 1.50 लाख रुपए
दीदी ई-रिक्शा सहायता योजना – 1 श्रमिक को 1 लाख रुपए




