बस्तर में अमन, शांति और विकास ही सरकार की प्राथमिकता — उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा

रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान बीजापुर जिला कार्यालय के इन्द्रावती सभागार में बीजापुर और सुकमा जिले के जनप्रतिनिधियों, पंचायत प्रतिनिधियों, सरपंचों, समाज प्रमुखों, मांझी, चालकी, गायता, पुजारी और पटेलों से संवाद किया।
बैठक में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर को अमन, चैन, शांति और सुरक्षा के साथ विकास की राह पर आगे बढ़ाना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। राज्य सरकार हर हाल में बस्तर को हिंसा मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। शांति, सुरक्षा और विकास — यही सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि वर्षों से बस्तर संभाग का आदिवासी अंचल विकास से वंचित रहा है, लेकिन अब समय आ गया है कि सभी मिलकर बस्तर को शांति और प्रगति के मार्ग पर ले जाएँ। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री ने सशस्त्र नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए समयसीमा तय की है। इसी दिशा में शासन की ‘पुनर्वास नीति 2025’ के तहत बड़ी संख्या में माओवादी संगठन छोड़कर मुख्यधारा में लौट रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों और ग्राम प्रमुखों से अपील की कि वे भटके हुए युवाओं को समाज की मुख्यधारा में वापस लाने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जो युवा लौट आएंगे, उनका स्वागत लाल कालीन बिछाकर किया जाएगा और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए सरकार संकल्पित है।
गृहमंत्री ने जानकारी दी कि जगदलपुर में 210 माओवादी एक साथ हथियार छोड़कर पुनर्वास कर चुके हैं, जिनमें 92 युवा बीजापुर जिले से हैं। ये सभी पुनर्वास केंद्रों में कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने परिवारों से आग्रह किया कि वे अपने पुनर्वासित परिजनों से मिलें ताकि उन्हें प्रोत्साहन मिले और अन्य युवाओं को भी लौटने की प्रेरणा मिले।
उन्होंने यह भी बताया कि वे पूर्वर्ती गांव में नक्सल लीडर हिड़मा की वृद्ध माता से मिले और उनसे अनुरोध किया कि वे अपने पुत्र को हिंसा छोड़कर समाज की मुख्यधारा में आने के लिए प्रेरित करें।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष जानकी कोरसा, बस्तर कमिश्नर डोमन सिंह, आईजी सुंदरराज पी, कलेक्टर संबित मिश्रा, डीएफओ रंगानाथन रामाकृष्णन वाय, सीईओ जिला पंचायत नम्रता चौबे, उपनिदेशक इन्द्रावती टाइगर रिजर्व संदीप बलगा सहित जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्य, सरपंच, समाज प्रमुख और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।




