नई दिल्ली : मालदीव के मामले में दखल न दे भारत
नई दिल्ली : मालदीव में चल रहे राजनीतिक संकट पर चीन ने भारत को इस मामले हस्तक्षेप नहीं करने को कहा है। छपे एक सम्पादकीय में यह बात कही गई है। मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने आपातकाल की घोषणा करते हुए सुप्रीम कोर्ट के जज के साथ विपक्षी नेता और पूर्व राष्ट्रपति मामून अब्दुल गय्यूम को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। इसके बाद गय्यूम ने इस मामले में भारत से हस्तक्षेप करने की मांग की। भारत के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर मालदीव में आपातकाल को परेशान करने वाला बताते हुए सुप्रीम कोर्ट के जजों की गिरफ्तारी के आदेश को चिंताजनक बताया है। चीन भारत की इस प्रतिक्रिया से खुश नहीं है। में छपे सम्पादकीय में कहा गया है, ‘राजनीतिक संकट किसी भी देश के आंतरिक मामले हैं। और नई दिल्ली का इन मामलों हस्तक्षेप करने का काई औचित्य नहीं है। मालदीव बेहद गहराई तक भारत के दबाव में है। इसके अलावा अपने सम्पादकीय में ग्लोबाल टाइम्स ने कहा, ‘भारत दक्षिण एशियाई देशों पर नियंत्रण चाहता है। नई दिल्ली छोटे दक्षिण एशियाई देशों द्वारा स्वतंत्रता, स्वराज और खास तौर पर अन्य ताकतवर देशों के साथ संबंधों के लिए किए गए प्रयास के प्रति काफी संवेदनशील है। वहीं दक्षिण एशियाई देशों के बीच संप्रभुता की भावना बढ़ रही है। सभी छोटे दक्षिण एशियाई देश भारत के लाभ उठाने से खुद को बाहर निकालना चाहते हैं। भारत ने पश्चिमी राजनीतिक प्रणाली को अपनाया है।