फिर खुली कांग्रेस-जेडीएस के गठबंधन की कलई, सीएम बोले- ‘हर रोज दर्द होता है’
कर्नाटक में चल रहे राजनैतिक घमासान की अंदरूनी परतें एक बार फिर से उजागर हो गई हैं. लगातार अपनी सरकार चलाने में आने वाली मुश्किलात के बारे में अपने दर्द बयान करते हुए सीएम एचडी कुमारस्वामी ने कहा है, ‘हर रोज दर्द में रहता हूं, लेकिन क्यों करूं प्रदेश भी चलाना है.’ इसे एक बार फिर से कांग्रेस और जनता दल (सेक्यूलर) के बीच चल रही अंतर्कलह के उजागहर होने से जोड़कर देखा जा रहा है. उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए 80 सीट जीतने वाली कांग्रेस ने महज 37 सीट पाने वाली जेडीएस की सरकार बनवा दी थी. लेकिन अब सरकार चलाने में कई व्यावहारिक परेशानियां आ रही हैं. क्योंकि सरकार में जेडीएस है, लेकिन महती भूमिका में कांग्रेस है.
इस पूरे मसले पर सीएम कुमारस्वामी ने मंगलवार को कहा, “मैंने लोगों की अपेक्षाओं, उम्मीदों को पूरा करने का वादा करता हूं. लेकिन मैं बता नहीं सकता कि हर रोज मैं कितने दर्द से गुजर रहा हूं. मैं आपको इस दर्द के बारे में बताना चाहता हूं. लेकिन नहीं कर सकता. मैं यहां लोगों की परेशानियां हल करने के लिए गद्दी पर बैठा हूं, अपनी परेशानी बताने के लिए नहीं. मुझ पर सरकार चलाने की जिम्मेदारी है.”
गठबंधन की सराकर से मैं खुश नहीं: कुमारस्वामी
कुमारस्वामी ने कहा, “आप सब मेरे साथ खड़े थे. आपने चाहा कि आपका भाई सीएम बने मैं बन गया. इससे आप खुश हुए, लेकिन मैं इससे खुश नहीं हूं. गठबंधन वाली सरकार चलाने का दर्द मुझे पता है. इस सरकार में मैं वैंकेटेश (भगवान शंकर) बन गया हूं.”
उल्लेखनीय है कि ऐसा नहीं कि सीएम कुमारस्वामी ने पहली दफा इस दर्द का जिक्र किया है. इससे पहले वे ये कहते रहे हैं कि प्रदेश को चलाने के लिए भगवान शिव की तरह जहर पीना पड़ रहा है.
इससे पहले रामनगर में एक गांव में जनसभा को संबोधित करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि सरकार गिराने के लिए निरंतर प्रयास हो रहा है और कौन इसके पीछे है, वह उसे जानते हैं. अपने दावे के समर्थन में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वह रामनगर से बिदादी जा रहे थे तो सोमवार रात 11 बजे के करीब उनके एक विधायक ने उनसे बात की.
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, “विधायक ने कहा कि आधे घंटे पहले बीजेपी के एक नेता ने उन्हें फोन किया. नेता ने कहा कि कल शाम तक सरकार गिरने वाली है.” उन्होंने आरोप लगाया, “उस नेता ने कहा कि कांग्रेस और जेडीयू के नौ विधायक पहले ही हस्ताक्षर कर चुके हैं. नेता ने कहा कि यदि वह (विधायक) सहमत होते हैं तो उनके ठिकाने पर 10 करोड़ रुपये पहुंचा दिए जाएंगे.”
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लगातार जारी है. सरकार गिराने के लिए उन्होंने (बीजेपी ने) धन तैयार रखा है. कुमारस्वामी ने न तो उस विधायक का नाम, न ही बीजेपी के उस नेता का नाम बताया जिसने उनसे संपर्क किया था. बीजेपी प्रवक्ता जी मधुसूदन ने कहा कि मुख्यमंत्री बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं.