
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले का एक छोटा सा गांव – तुमनार। अक्सर सुर्खियों से दूर, लेकिन इस बार यहां से ऐसी खबर आई है, जिसने पूरे राज्य को गर्व से भर दिया है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर तुमनार ने राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) मूल्यांकन में 96.4 प्रतिशत अंक हासिल कर एक ऐतिहासिक कीर्तिमान रच दिया है। यह कोई सामान्य उपलब्धि नहीं है। यह एक संकेत है कि देश के सबसे सुदूर और चुनौतीपूर्ण इलाकों में भी स्वास्थ्य सेवाओं की रोशनी पहुँच रही है – वो भी उच्च गुणवत्ता के साथ।
जब समर्पण बनता है बदलाव की नींव
राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों द्वारा की गई कड़ी जांच – जिसमें स्वास्थ्य सेवाएं, साफ-सफाई, रोगी देखभाल, रिकॉर्ड प्रबंधन और बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता शामिल थी – में यह केंद्र हर कसौटी पर खरा उतरा। निवारक देखभाल हो या आपातकालीन सेवाएं, मानसिक स्वास्थ्य हो या वृद्धजन की देखभाल, तुमनार का यह केंद्र अब सिर्फ एक अस्पताल नहीं, बल्कि भरोसे का नाम बन चुका है।
राज्य को गर्व, स्वास्थ्य कर्मियों को सलाम
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस उपलब्धि को बीजापुर जिले के लिए गौरव का क्षण बताया। उन्होंने कहा, “यह सफलता हमारे डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य कर्मियों की कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रतिफल है। हमारा सपना है कि राज्य का हर नागरिक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ सके – और तुमनार की यह कामयाबी उसी दिशा में एक मजबूत कदम है।”
दूरियों को मिटाता स्वास्थ्य का उजाला
जहां पहले मानसिक स्वास्थ्य या नेत्र रोग जैसी सेवाएं केवल जिला अस्पतालों तक सीमित थीं, आज वही सेवाएं तुमनार जैसे गांव में सुलभ हैं। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत यह केंद्र अब एक आदर्श मॉडल बन गया है – जो दिखाता है कि नीति, निष्ठा और नवाचार मिलकर कैसे जमीनी बदलाव ला सकते हैं।