रायगढ़ के 315 गांवों में ‘आदि सेवा पर्व’: विकास की नई इबारत, जनता की भागीदारी से ‘ग्राम विजन 2030’ को मिला आकार

रायगढ़ । जिले में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक जनजातीय बाहुल्य 315 ग्रामों में ‘आदि सेवा पर्व’ बड़े उत्साह और जनभागीदारी के साथ मनाया गया। इस पर्व के अंतर्गत न सिर्फ सेवा शिविरों के माध्यम से ग्रामीणों को आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, पीएम किसान कार्ड और जनधन खाता जैसी योजनाओं का लाभ मिला, बल्कि जनजागरण की रोचक गतिविधियों ने गांवों में विकास की अलख भी जगाई।
नुक्कड़ नाटक, सामुदायिक संवाद, और ट्रांजैक्ट वॉक जैसे कार्यक्रमों ने ग्रामीणों की समस्याएं और प्राथमिकताएं सामने लाकर उन्हें ग्राम विकास की योजनाओं से सीधे जोड़ने का काम किया।
हर गांव में आयोजित विशेष ग्राम सभाओं में ग्रामीणों ने अपनी प्राथमिकताएं साझा कर ‘ग्राम विजन 2030’ तैयार किया — जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल, पोषण, कृषि, स्वरोजगार और आजीविका को लेकर ठोस योजनाएं शामिल की गईं।
यह पूरा अभियान भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय की योजना ‘आदि कर्मयोगी अभियान’ के तहत महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर चलाया गया। रायगढ़ के कलेक्टर के मार्गदर्शन में सभी ग्राम पंचायतों ने अपनी ग्राम कार्ययोजना और विजन को सर्वसम्मति से पारित किया।
एकल खिड़की प्रणाली से सेवा आसान
चयनित गांवों में स्थापित किए जा रहे ‘आदि सेवा केंद्र’ ग्रामीणों को शासकीय सेवाएं एक ही स्थान पर मुहैया कराएंगे। इससे अंतिम छोर तक प्रशासनिक सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित होगी।
सशक्त ग्रामीण, समावेशी विकास
अभियान के तहत 20 आदिवासी युवाओं का एक विशेष कैडर और प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स विकास कार्यों की निगरानी और समन्वय में जुटे हैं, जिससे यह सुनिश्चित हो कि गांवों का विकास, गांव वालों की भागीदारी से हो।
यह पहल न केवल सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन का एक आदर्श मॉडल प्रस्तुत करती है, बल्कि एक मजबूत और समावेशी ग्राम विकास की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।