मॉस्को : सीरिया पर शनिवार को अमेरिका ने हमला कर रूस और ईरान को चेतावनी दी। इसके जवाब में रूस की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया आई है। रूस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने सीरिया पर हमला किया है, इसका नतीजा भयंकर हो सकता है। रूस ने यह भी कहा कि तीनों देशों को समझना चाहिए कि इस हमले का परिणाम युद्ध के रूप में भी हो सकता है। मॉस्को की तरफ से जारी बयान में दावा किया गया है कि सीरिया पर हमले में रूस के ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया है।
अमेरिका में रूस के राजदूत एनातोली एंतोनोव ने एक बयान में कहा , ‘एक बार फिर , हमें धमकाया जा रहा है। हम आगाह करते हैं कि ऐसी कार्रवाई को बिना परिणाम भुगते नहीं छोड़ा जाएगा। इसकी सारी जिम्मेदारी अमेरिका , ब्रिटेन और फ्रांस पर है। रूस के राष्ट्रपति का अपमान करना अस्वीकार्य और अमान्य है। ’ इस बीच , मॉस्को में रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि सीरिया पर पश्चिमी देशों के हमले ऐसे समय में हुए हैं जब देश के पास शांतिपूर्ण भविष्य का मौका था।
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने फेसबुक पर लिखा , ‘इन सबके पीछे जिम्मेदार लोग दुनिया में नैतिक नेतृत्व का दावा करते हैं और यह ऐलान करते हैं कि वे कुछ अलग हैं। आपको उस समय सीरिया की राजधानी पर हमले करने के लिए वास्तव में अलग होने की जरुरत है जब उसके पास शांतिपूर्ण भविष्य का मौका था। ’
बता दें कि सीरिया पर हमले पर पर देश को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, यह हमला रूस द्वारा सीरिया की असद सरकार को रासायनिक हथियार के इस्तेमाल करने से रोकने में विफल रहने का सीधा परिणाम है। रूस और ईरान जैसे देशों को सोचना चाहिए कि वो इंसानियत को शर्मसार करने वाले देश के साथ कैसे खड़े हो सकते हैं। इसके जवाब में रूस ने अमेरिका को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है। साथ ही यह भी कहा कि रूस अपने राष्ट्रपति पुतिन का अपमान नहीं सहेगा।
बता दें कि पूर्वी गूटा के डुमा में हाल ही में सीरिया द्वारा रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के कारण जान-माल की भारी तबाही हुई थी। इस हमले में 70 से अधिक लोग मारे गए। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने इस हमले के लिए सीरियाई सरकार को दोषी ठहराते हुए सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी थी। अमेरिका ने उस वक्त ही रूस को भी हमले के लिए दोषी बतते हुए बयान जारी किया था।
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