बड़ा घोटाला: फिर उबलेगी छग की सियासत, केंद्रीयमंत्री सहित इन IAS अफसरों पर होगी ‘FIR’

बिलासपुर(Fourth Eye News) छत्तीसगढ़ की सियासत में एक बार फिर हड़कंप मचने वाला है, और ये मामला है करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार का, जिसपर बिलासपुर हाईकोर्ट ने आज यानी गुरुवार को केन्द्रीय मंत्री, कई IAS समेत कुल करीब ढाई दर्जन लोगों के खिलाफ एफआईआर करने के आदेश दिए हैं ।
दरअसल अधिवक्ता याचिका कुंदन ठाकुर की ओर से अधिवक्ता देवर्षि ठाकुर ने एक याचिका लगाई थी जिसके मुताबिक इस पूरे भ्रष्टाचार की नींव 2004 में रखी गई थी। जहां राजधानी से लगे माना 4000 दिव्यांगों के इलाज के नाम पर करोड़ों रूपए खर्च किए गए, लेकिन ये सारा खर्च महज कागजों तक ही हुआ था. इस मामले में तात्कालीन पंचायत एवं समाज कल्याण विभाग मंत्री रेणुका सिंह के अलावा कई अफसरों के नाम सामने आए हैं ।खास बात यह है कि चीफ सिकरेट्री स्तर पर काम कर चुके सीनियर अफसरों के नाम भी हाईकोर्ट के आदेश पत्र में उल्लेखित हैं ।
किस-किस के खिलाफ FIR के आदेश ?
अधिवक्ता देवर्षि ठाकुर के मुताबिक करोड़ों रुपए के इस घोटाले में हाईकोर्ट ने तत्कालीन पंचायत एंव समाज कल्याण मंत्री और मौजूदा केंद्रीयमंत्री रेणुका सिंह सहित जिन आईएएस अफसरों के नाम एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं, उनमें विवेक ढांड, एमके राउत, सुनील कुजुर, आलोक शुक्ला,बीएल अग्रवाल, सतीष पांडे, पीपी सोती, जबकि राजेश तिवारी उस वक्त डायरेक्टर थे. इसके साथ ही कई और बड़े नाम हैं जिनके खिलाफ हाईकोर्ट ने एफआईआर के आदेश दिए हैं.