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22 इस्तीफों के बाद कमलनाथ बोले ‘हम बहुमत साबित करेंगे’

भोपाल (Fourth Eye News) मध्य प्रदेश में होली के दिन राजनीतिक उठा पटक का गर्मागर्म महौल रहा,  दिनभर की राजनीतिक उठापटक के बाद शाम छह बजे मुख्यमंत्री कमलनाथ के निवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. करीब डेढ़ घंटे चली यह बैठक शाम 7.30 बजे खत्म हुई. बैठक के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ और पार्टी नेताओं ने दावा किया कि निराश होने और घबराने की बात नहीं है. कांग्रेस विधानसभा में बहुमत साबित करेगी.

दरअशल 22 विधायकों के इस्तीफे हो चुके हैं और इऩ इस्तीफों के बाद कांग्रेस के पास अब 99 विधायकों का संख्या बल है। लेकिन, विधायक दल की बैठक में केवल 94 विधायक पहुंचे, इनमें 4 निर्दलीय भी शामिल थे। बसपा 2, सपा के 1 विधायक के अलावा कांग्रेस के 2 अन्य विधायक भी बैठक में शामिल नहीं हुए.

इसके बावजूद कमलनाथ ने कहा कि सरकार पर संकट नहीं है। इसी बीच, कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा और डॉ. गोविंद सिंह बेंगलुरु रवाना हुए। वे 19 बागी विधायकों में से कुछ के साथ मुलाकात करेंगे ताकि वे उन्हें पार्टी में लौटने के लिए मना सकें। कांग्रेस ने कर्नाटक के बड़े नेता डीके शिवकुमार को भी विधायकों को वापस लाने की जिम्मेदारी दी है। उधर, कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक, हरीश रावत और दीपक बावरिया भोपाल के लिए रवाना हो गए हैं। ये तीनों देर रात पहुंचेंगे.

कमनलाथ ने बैठक के बाद कहा- हम निराश नहीं हैं, क्योंकि हमने 1977 का दौर भी देखा है। तब इंदिराजी भी चुनाव हार गई थीं। कांग्रेस पर संकट का दौर था। ऐसा लगता था कांग्रेस दोबारा वापस खड़ी नहीं हो पाएगी, लेकिन कांग्रेस और मजबूती के साथ दोबारा खड़ी हुई। हमारे विधायकों को बेंगलुरु में कैद करके रखा गया है। वे मेरे संपर्क में हैं। यदि वे स्वतंत्र होते तो उन्हें बेंगलुरु में क्यों रखा है? उन्हें भोपाल लाएं। सरकार चलेगी। चिंता की कोई बात नहीं है।

कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा ने दावा किया- बेंगलुरु जाने वाले विधायकों की मांग थी कि सिंधियाजी को राज्यसभा भेजा जाए। जब इन सभी को पता चला कि सिंधियाजी भाजपा से जुड़ गए हैं तो ये सभी नाराज हो गए। ये सारे विधायक सभी मुख्यमंत्री कमलनाथ से संपर्क में हैं।

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