विजन 2047 की ओर सशक्त कदम: ‘छत्तीसगढ़ टेक स्टार्ट 2025’ ने नवाचार के नए द्वार खोले

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बोले – छत्तीसगढ़ बन रहा है टेक्नोलॉजी और इनोवेशन का नया पावर सेंटर; आइडियाथॉन विजेताओं का किया सम्मान, युवाओं को दी वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने की प्रेरणा
रायपुर, 4 नवम्बर 2025।
नया रायपुर के मेफेयर होटल में आयोजित ‘छत्तीसगढ़ टेक स्टार्ट 2025’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि राज्य तेजी से टेक्नोलॉजी और इनोवेशन का नया पावर सेंटर बन रहा है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन प्रदेश में नवाचार और तकनीकी उद्यमिता को नई दिशा देने वाला एक ऐतिहासिक कदम है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने ‘आइडियाथॉन 2025’ के विजेताओं को सम्मानित किया और छत्तीसगढ़ शासन के साथ ‘पार्टनरशिप एक्सचेंज’ करने वाली संस्थाओं को समझौता पत्र सौंपे। उन्होंने उपस्थित उद्यमियों और तकनीकी विशेषज्ञों को राज्य की रजत जयंती वर्ष की शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के संकल्प से प्रेरित होकर राज्य सरकार ने वर्ष 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने बताया कि राज्य में ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस और सिंगल विंडो सिस्टम के तहत 350 से अधिक सुधार किए गए हैं, जिससे निवेश के लिए छत्तीसगढ़ देश के सबसे आकर्षक राज्यों में शामिल हुआ है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के युवा कठिन परिस्थितियों में भी आगे बढ़ने की अद्भुत क्षमता रखते हैं। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की बेटी आकांक्षा सत्यवंशी भारतीय महिला क्रिकेट टीम की फिजियोथैरेपिस्ट हैं और स्क्वाड्रन लीडर गौरव पटेल नया रायपुर एयरो शो में फाइटर प्लेन उड़ाकर राज्य का गौरव बढ़ा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि ‘आइडियाथॉन 2025’ में 1800 से अधिक स्टार्टअप आइडिया प्राप्त हुए, जिनमें दूरस्थ अंचलों के युवाओं की भी उल्लेखनीय भागीदारी रही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन नवाचारों को मंच, मार्गदर्शन और वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।
रायपुर को आईटी और तकनीकी सेवाओं का केंद्र बनाने के लिए एआई डेटा सेंटर पार्क और सेमीकंडक्टर प्लांट जैसी परियोजनाएं प्रगति पर हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य को अब तक साढ़े सात लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं।
मुख्य सचिव विकास शील ने कहा कि नई औद्योगिक नीति 2024 का उद्देश्य नवाचार, निवेश और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देना है। उन्होंने ई-वेस्ट मैनेजमेंट, राइजिंग सेक्टर और स्किल डेवलपमेंट जैसे उभरते क्षेत्रों में कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने एआई आधारित नवाचार स्टॉलों का अवलोकन किया और स्टार्टअप टीमों से उनके प्रोजेक्ट्स की जानकारी ली। उन्होंने युवाओं को बधाई देते हुए कहा कि वे नई तकनीक के साथ वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अपनी पहचान बनाएँ।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, निवेश आयुक्त ऋतु सैन, सचिव राहुल भगत, डीजी एसटीपीआई अरविंद कुमार, सचिव रजत कुमार, संचालक उद्योग प्रभात मलिक, उप सचिव रेना जमील, सीएसआईडीसी के प्रबंध निदेशक विश्वेश कुमार सहित बड़ी संख्या में उद्यमी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।



