नॉर्थ गाजा खाली करने की डेडलाइन खत्म, बॉर्डर पर पहुंच रहे टैंक
तेल अवीव से गाजा बॉर्डर की तरफ जाने वाली सड़कें आर्मी के ट्रकों से भरी हुई हैं। इन ट्रकों में सेना के टैंक और दूसरे सामान लदे हैं। ये उस युद्ध की तैयारी है, जिसका ऐलान इजराइल ने हमास के खिलाफ किया है। इजराइल ने फिलहाल जमीनी हमले की बात नहीं की है, लेकिन शुक्रवार देर शाम गाजा के सलाह अल दीन रोड पर हमले में 70 लोगों की मौत के बाद माना जा रहा है कि ऑपरेशन शुरू हो चुका है।
उधर, इजराइली सेना ने नॉर्थ गाजा में रह रहे 11 लाख लोगों को साउथ गाजा जाने के लिए शनिवार को 6 घंटे का टाइम दिया था। ये डेडलाइन खत्म हो चुकी है। इजराइल ने 9 अक्टूबर को गाजा की तरफ पानी और बिजली की सप्लाई रोक दी थी। इससे वहां पानी खत्म होने की कगार पर है।
साउथ गाजा पट्टी में खान यूनिस में इजराइल-हमास की लड़ाई चल रही है। इस बीच फिलिस्तीन के लोग पानी जमा कर रहे हैं।
पलायन से साउथ गाजा में भी भीड़ बढ़ती जा रही है, इससे वहां भी हालात बिगड़ गए हैं। संयुक्त राष्ट्र, WHO और एमनेस्टी इंटरनेशनल जैसे ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन इजराइल से अपने फैसले पर दोबारा विचार करने की अपील कर रहे हैं।
सबसे सेफ तेल अवीव तक हमले का असर
इजराइल में दैनिक भास्कर की कवरेज का शनिवार को तीसरा दिन था। जिस वक्त इजराइली सेना गाजा में हमले कर रही थी, उसी वक्त इजराइल के सबसे सेफ शहर तेल अवीव में सायरन बज रहे थे। हम एक इंडियन रेस्टोरेंट में खाना खा रहे थे। भारतीय मूल के कुछ लोगों के अलावा ज्यादातर इजराइली नागरिक थे। अचानक सायरन बजने लगा। रेस्टोरेंट में भगदड़ मच गई। उसी वक्त की इजराइली नागरिकों की ये फोटो देखिए।
फोटो तेल अवीव के रेस्टोरेंट की है, जहां शुक्रवार रात धमाकों की आवाज आई थी। (फोटो-वैभव पलनीटकर)
सायरन की आवाज सुनकर महिला डर गई। उसके साथ मौजूद शख्स हिम्मत देता रहा। यही डर और सब कुछ ठीक होने की उम्मीद आज के इजराइल की तस्वीर है। सायरन बजने के कुछ देर बाद 5-6 जोरदार धमाकों की आवाज आई, फिर सब शांत हो गया। हम रेस्टोरेंट से बाहर निकले, तो सड़कें सूनी थीं। आसमान से फाइटर जेट्स की आवाजें आ रही थीं।
डर की एक और तस्वीर गाजा पट्टी के उत्तरी हिस्से की है। इजराइली डिफेंस फोर्स ने इस एरिया में ग्राउंड ऑपरेशन शुरू किया है। इजराइली सेना ने लोगों को नॉर्थ गाजा पट्टी छोड़कर जाने के लिए 14 अक्टूबर को सुबह 10 से 4 बजे तक का टाइम दिया था।
द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक, सेना ने विमानों से पर्चे फेंककर लोगों से कहा था कि अगर आपको अपनी और परिवार की फिक्र है, तो साउथ गाजा की ओर चले जाएं। इसके बाद लोग जान बचाने के लिए साउथ गाजा की तरफ जाने लगे। टाइम खत्म होते ही इजराइली फोर्स ने गाजा में हमास के ठिकानों को तबाह करना शुरू कर दिया है।
साउथ इजराइल के किबुत्ज बीरी में इजराइली टैंक पहुंच गए हैं। हमास आतंकियों ने यहां भी हमला किया था।
13 अक्टूबर की रात खबर आ गई थी कि इजराइली सेना ने गाजा में ऑपरेशन शुरू कर दिए हैं। सुबह होते ही हम तेल अवीव से साउथ इजराइल में गाजा बॉर्डर की तरफ चल दिए, जहां ये सब हो रहा है।
रास्ते में रॉकेट फायर होने की आवाज आई। ये जगह ओफकिम थी। इसी जगह हमें इजराइल का मिसाइल डिफेंस सिस्टम आयरन डोम दिखाई दिया। कपास के खेतों के बीच तैनात आयरन डोम्स ने गाजा की तरफ से आए रॉकेट को डिटेक्ट किया और उसे हवा में ही खत्म कर दिया।
कपास के खेतों के बीच बना टेंटनुमा स्ट्रक्चर इजराइल का मिसाइल डिफेंस सिस्टम आयरन डोम है। (फोटो-वैभव पलनीटकर)
हमें साउथ इजराइल में जेरोथ, अश्कलोन और अशदोद होते हुए गाजा बॉर्डर के करीब जाना था। रास्ते में इजराइली टैंक, बख्तरबंद गाड़ियां, गाड़ियों में भरकर जा रहे सैनिकों के दस्ते दिखे। इजराइली आर्मी की आर्टिलरी गाजा पट्टी की तरफ बढ़ रही है।
तेल अवीव से साउथ इजराइल के रास्ते में टैंक ले जाते कई ट्रक मिले। इजराइल की तैयारी देखकर लग रहा है कि जल्द ही बड़ा हमला शुरू हो सकता है। (फोटो-वैभव पलनीटकर)
नेटिवोट शहर के पास इजराइली फोर्स ने हमें रोक दिया। ये गाजा बॉर्डर से सिर्फ 2 किमी पहले है। हमें सामने गाजा पट्टी का इलाका दिख रहा था। ये इलाका वॉर फ्रंट बना हुआ है। इजराइली फोर्स इसी रास्ते से आगे बढ़ रही है।
करीब 100 किमी का सफर तय कर हम साउथ इजराइल में गाजा बॉर्डर के बिल्कुल करीब पहुंचे। ये जगह हमास के टारगेट वाले शहरों जेरोथ, अश्कलोन और अशदोद के पास है। हमास यहीं लगातार रॉकेट अटैक कर रहा है। इजराइली डिफेंस फोर्स ने यहां बैरियर लगा दिए हैं। साउथ इजराइल में अब आम लोगों की एंट्री बंद है। बैरियर से आगे सिर्फ सेना के वाहन जा रहे हैं।
गाजा बॉर्डर से पहले इजराइली सेना ने बैरियर लगा दिए हैं। किसी को भी आगे जाने की परमिशन नहीं है। (फोटो-वैभव पलनीटकर)
करीब आधा घंटा इंतजार करने के बाद अचानक शू-शू-शू की आवाज आई। ऊपर देखा तो रॉकेट दिखाई दिए। आयरन डोम ने फिर अपना काम किया और रॉकेट हवा में ही खत्म हो गए।
हालांकि इस बार अटैक से पहले सायरन नहीं बजा। इजराइली सेना के एक अधिकारी बताते हैं कि जरूरी नहीं है कि हर बार रॉकेट आने के पहले सायरन बजे। कई बार रॉकेट्स का मूवमेंट डिटेक्ट होने के पहले ही वो जमीन पर गिर जाते हैं।
गाजा बॉर्डर से अब भी हमास का रॉकेट अटैक जारी है। हालांकि, इसी एरिया में इजराइल ने मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैनात किया है। (फोटो-वैभव पलनीटकर)
थोड़ी देर बाद फाइटर जेट की आवाज आने लगी। गाजा की तरफ से रॉकेट अटैक होने पर इजराइली जेट उड़ान भरने लगते हैं। सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि इजराइली डिफेंस फोर्स का गाजा में ऑपरेशन चल रहा है, ये आवाज वहीं से आ रही है। इजराइली टैंक गाजा में हमास के ठिकानों पर गोलीबारी कर रहे हैं।
हमने तय किया कि हम दूसरे रास्ते से इजराइल-हमास वॉर की फ्रंट लाइन पर पहुंचेंगे। निर आम से करीब 40-45 किमी का सफर तय कर हम शरार हानेगेव पहुंचे। यहां से गाजा बॉर्डर कुछ ही मीटर दूर है। इजराइली डिफेंस फोर्स के जवानों ने बताया कि आगे ऑपरेशन चल रहा है, आगे नहीं जा सकते। हालांकि वो हमें थोड़ी दूरी तक साथ ले जाने के लिए तैयार हो गए।
शरार हानेगेव में इजराइली सैनिकों की पोस्ट। ये जगह गाजा बॉर्डर के सबसे करीब है। (फोटो-वैभव पलनीटकर)
सैनिक हमें उस जगह तक ले गए, जहां 7 अक्टूबर की सुबह हमास आतंकियों ने तबाही मचाई थी। यहां गोलियों से छलनी एक कार अब भी खड़ी है। सड़क पर गोलियों के शेल्स अब भी बिखरे पड़े हैं।
शनिवार, 7 अक्टूबर की सुबह 6.30 बजे हमास के आतंकियों ने निर आम पर हमला किया था। 700 लोगों की आबादी वाला ये गांव गाजा से 2 किमी दूर है। (फोटो-वैभव पलनीटकर)
गाजा में पानी खत्म, UN ने कहा- इजराइल का फैसला परेशान करने वाला
इजराइल ने गाजा की तरफ पानी और बिजली की सप्लाई रोक दी थी। अब वहां पानी खत्म होने की कगार पर है। यूनाइडेट नेशंस ने कहा है कि इससे 20 लाख लोगों की जिंदगी दांव पर लगी है।
UN के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इजराइल से अपनी चेतावनी पर दोबारा विचार करने के लिए कहा है। उन्होंने इजराइल सरकार के फैसले को खतरनाक और परेशान करने वाला बताया।
द न्यूयॉर्क टाइम्स में लिखे आर्टिकल में गुटेरेस ने कहा कि बहुत कम समय के नोटिस पर इतने बड़े पैमाने पर जगह छोड़ने की मांग के नतीजे विनाशकारी हो सकते हैं।
गाजा बॉर्डर के हालात देखकर दो बातें साफ दिख रही हैं
- लोग नॉर्थ गाजा से जाने की कोशिश कर रहे हैं, हालांकि हमास ने फिलिस्तीनियों को घर पर रहने के लिए कहा है।
- इजराइल ने जमीनी हमले का ऐलान भले नहीं किया है, लेकिन वो गाजा बॉर्डर पर सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है, ऑपरेशन भी शुरू कर दिए हैं।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू शनिवार को गाजा बॉर्डर पर तैनात सैनिकों से मिले थे।
फिलिस्तीनी काफिले पर हमला, इजराइल के हमले में 70 की मौत
इजराइल की चेतावनी के बाद नॉर्थ गाजा के लोग साउथ गाजा की तरफ जा रहे हैं। ऐसे ही एक काफिले पर हमले में 70 लोगों की मौत हो गई। ये हमला शुक्रवार देर शाम सलाह अल दीन रोड पर हुआ था, जो नॉर्थ से साउथ गाजा जाने वाले दो रास्तों में से एक है। आम लोग इसी रास्ते से पलायन कर रहे हैं। इजराइल की चेतावनी की वजह से इन दोनों रास्तों पर काफी भीड़ है।
हमले की फुटेज में 12 शव दिख रहे हैं। इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। फिलिस्तीन की हेल्थ मिनिस्ट्री ने हमले का आरोप इजराइल पर लगाया है। इजराइल डिफेंस फोर्स ने मामले की जांच की बात कही है।
ईरान के मंत्री हिज्बुल्लाह नेता से मिले, सपोर्ट का वादा किया
इस बीच ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने लेबनान के आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह का सपोर्ट किया है। ईरानी मंत्री ने कहा कि इजराइल के किसी भी कदम का जवाब देने के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं। हमारा जवाब ही तय करेगा कि ये जंग कितनी आगे बढ़ेगी।
ह्यूमन राइट वॉच ने कहा- इजराइल ने गाजा में फॉस्फोरस बम दागे
ह्यूमन राइट वॉच यानी HRW ने इजराइल पर फॉस्फोरस बम के इस्तेमाल का आरोप लगाया है। मिडिल ईस्ट और नॉर्थ अफ्रीका HRW की डायरेक्टर लामा फकीह ने कहा, ‘गाजा और लेबनान के आबादी वाले शहरी इलाकों और गाजा सिटी पोर्ट के आसपास फॉस्फोरस बम गिराए गए थे। HRW ने कुछ लोगों से बातचीत और वीडियो से इसकी पुष्टि की।’
11 अक्टूबर को गाजा पट्टी पोर्ट के पास इजराइली बमबारी के दौरान सफेद धुआं दिखा था। HRW का आरोप है कि ये फॉस्फोरस बम था।
फॉस्फोरस बम जहां गिराया जाता है, उस इलाके में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। बहुत ज्यादा घातक होने की वजह से युद्ध में इनके इस्तेमाल पर रोक है। ये रोक संयुक्त राष्ट्र से जुड़ी संस्था द कन्वेंशन ऑन सर्टन कंवेंशनल वेपन्स ने लगाई है।
इजराइल हमास जंग से जुड़े अपडेट..
- इजराइली सेना ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हुए हमले को लीड करने वाले कमांडर अली कादी को मार गिराया है। अली कादी को मारने का काम इजराइल की इंटरनल इटेलिजेंस एजेंसी शिन बेत ने किया है।
- सेना के हमले में मारा जाने वाला ये हमास का दूसरा कमांडर है। इसके पहले हमास का एयरफोर्स कमांडर मारा गया था।
- इजराइली न्यूज वेबसाइट हारेट्ज के अनुसार, इजराइल की डिफेंस फोर्स ने गाजा सिटी में 13 अक्टूबर की रात में रेड की। हमास ने इजराइल से बंधक बनाए गए 150 लोगों को जहां रखा था, उन इलाकों में रेड की गई थी। रेड में इजराइली आर्मी को कुछ शव और सामान मिले।
- इजराइल और इजिप्ट गवर्नमेंट ने 14 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक गाजा-इजिप्ट बॉर्डर पर सेफ रूट बनाया, ताकि अमेरिकी नागरिक सुरक्षित निकल सकें।