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जब बल्ला बोला — वनडे क्रिकेट के महारथियों की दोहरे शतक की दास्तां

वनडे क्रिकेट की पिच पर दोहरा शतक कोई मामूली कारनामा नहीं। यह वो मुकाम है जहां बल्लेबाज अपनी फिटनेस, फॉर्म और फोकस – तीनों की परीक्षा पास करता है। अब तक इस फॉर्मेट में सिर्फ 12 बार बल्लेबाजों ने दोहरे शतक का स्वाद चखा है – और इनमें से 7 बार, भारतीय बल्ले ने बाज़ी मारी है। यही नहीं, एक नाम ऐसा भी है जो अकेले दम पर इतिहास की किताबों में चमकता है – ग्लेन मैक्सवेल।

2010: जहां से शुरू हुई दोहरे शतक की क्रांति

इस सफर की शुरुआत हुई क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर से। 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने 200* रन बनाकर इतिहास का पहला वनडे दोहरा शतक ठोंका। इसके बाद जैसे भारत के बल्लेबाजों ने तय कर लिया कि ये रिकॉर्ड तो अब हमारी किताब का हिस्सा बनकर रहेगा।

2011 में वीरेंद्र सहवाग ने वेस्टइंडीज़ पर कहर बरपाया और 219 रन की बेमिसाल पारी खेली।

हिटमैन का तूफान – रिकॉर्ड्स की बारिश

रोहित शर्मा का नाम आते ही दोहरे शतकों की गिनती शुरू हो जाती है।

2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 209 रन,

2014 में श्रीलंका के खिलाफ 264 रन – जो अब तक का सबसे बड़ा वनडे स्कोर है,

और 2017 में फिर से श्रीलंका के खिलाफ 208* रन।

रोहित अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके नाम तीन वनडे दोहरे शतक हैं – और इसलिए वो सिर्फ ‘हिटमैन’ नहीं, दोहरे शतक का बादशाह भी हैं।

नई पीढ़ी का धमाका

ईशान किशन ने 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ 210 रन बनाए, और
शुभमन गिल ने 2023 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 208 रनों की क्लासिक पारी खेली – बता दिया कि भारत का बल्लेबाजी भविष्य भी सुनहरा है।

विदेशी सितारे भी पीछे नहीं

भारतीय वर्चस्व के बीच कुछ नाम विदेशी धरती से भी उभरे –

क्रिस गेल ने 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ 215 रन ठोके,

मार्टिन गुप्टिल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 237* रन की पारी खेली – जो आज भी दूसरे नंबर पर है,

फखर जमां ने 2018 में पाकिस्तान के लिए 210* रन बनाए,

और हाल ही में 2024 में पाथुम निस्संका ने अफगानिस्तान के खिलाफ 210* रन बनाकर श्रीलंका को गौरव दिलाया।

और फिर आया ‘मैक्स-वेल’ मोमेंट!

2023 में जब अफगानिस्तान के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया का स्कोर लड़खड़ा रहा था, तब मैदान पर उतरे ग्लेन मैक्सवेल। पीठ में जकड़न, थकावट, लेकिन मन में जीत का जुनून – और फिर बल्ला बोला।
201 रन की नाबाद पारी* खेलकर मैक्सवेल ने ना सिर्फ दोहरा शतक जमाया, बल्कि वनडे इतिहास का पहला सफल चेज़ में डबल सेंचुरी भी बना डाली।

उनकी ये पारी सिर्फ रन नहीं, बल्कि आत्मबल और साहस की मिसाल बन गई। 2025 तक भी उनका यह रिकॉर्ड अटूट है।

नतीजा: भारतीय बल्लेबाजी और मैक्सवेल का करिश्मा – वनडे की पहचान

जब भी वनडे क्रिकेट के सबसे बड़े व्यक्तिगत प्रदर्शनों की बात होती है, तो भारत की शानदार सात डबल सेंचुरी और ग्लेन मैक्सवेल की वो एक जादुई पारी हमेशा चर्चा में रहती है। यह हमें याद दिलाता है –
क्रिकेट सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं, जज़्बे और जुनून का नाम है।

वनडे डबल सेंचुरी क्लब (संक्षेप में)

खिलाड़ी रन साल विरोधी टीम
सचिन तेंदुलकर 200* 2010 दक्षिण अफ्रीका
वीरेंद्र सहवाग 219 2011 वेस्टइंडीज़
रोहित शर्मा 209 2013 ऑस्ट्रेलिया
रोहित शर्मा 264 2014 श्रीलंका
क्रिस गेल 215 2015 जिम्बाब्वे
मार्टिन गुप्टिल 237* 2015 वेस्टइंडीज़
रोहित शर्मा 208* 2017 श्रीलंका
फखर जमां 210* 2018 जिम्बाब्वे
ईशान किशन 210 2022 बांग्लादेश
शुभमन गिल 208 2023 न्यूज़ीलैंड
ग्लेन मैक्सवेल 201* 2023 अफगानिस्तान
पाथुम निस्संका 210* 2024 अफगानिस्तान

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