रायपुर : प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उईके द्वारा संकल्प शिविर पान्नी तानाखार में बीजेपी को भगाने के लिए लाठी मारने व गोली चलाने जैसे उकसाने वाले बयान पर वनमंत्री महेश गागड़ा ने कड़ी प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि उईके मर्यादा का उल्लंघन करते हुए नक्सलियों की भाषा बोल रहे हैं। महेश गागड़ा ने कहा कि भाजपा आज सत्ता में जनता के आशीर्वाद के कारण है न कि कांग्रेस की कृपा के कारण कि कांग्रेस उसे गुण्डागर्दी से हटा सके।
अभी चंद घंटे भी नहीं हुए कांग्रेस की तथाकथित उपवास के ढकोसले को पूरा हुए और इनकी पीड़ा हिंसा फैलाने के संदेश के साथ उजागर हो रही है। यह समझ से परे है कि कांग्रेसियों की पीड़ा चंद घंटे के उपवास की है या 15 वर्षों से सत्ता की भूख की है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में संपन्न लोकसुराज अभियान व संगठन की जनसंपर्क यात्रा को मिले भारी जनसमर्थन से विचलित कांग्रेस पार्टी अब गोली डंडे मारने की भाषा पर उतारू हो गई है। उईके के बोल व्यक्तिगत प्रतिक्रिया नहीं हो सकती यह कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पुनिया के समक्ष जनता को उकसाने वाली बाते हैं।
यही कांग्रेस पार्टी का चरित्र भी है। सत्ता के लिए मरने मारने पर ऊतारू कांग्रेस पार्टी के लोग चौथीबार पुन: सत्ता से वंचित रहने के अंदेशे से भयभीत हैं और जन भावना भडक़ाने का प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेसी भूल रहे हैं भय और भ्रम के ऐसी ही शासन को 2003 में जनता ने उखाड़ फेंका था। तात्कालीन भय और आतंक से प्रदेश को मुक्ति दिलाने भाजपा व हमारे नेता लाठी खाने व गोली खाने तक को तैयार थे। लोकतंत्र में अहिंसा को जनता चुनती है न कि हिंसा के साथ को।