रायपुर ; एनआईओएस परीक्षा में फर्जीवाड़ा का खुलासा करते हुए पुलिस ने 7 छात्रों सहित मुख्य परीक्षा नियंत्रक एवं एसएस कंसलटेंसी रायपुर के संचालक एवं विनायक कोचिंग नागौर राजस्थान के संचालक को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
सिविल लाईन थाना प्रभारी ने मामले की खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी मुकेश चौधरी विनायक कोचिंग सेंटर और एसएस कंसलटेंसी रायपुर के संचालक सचिन सिंह है। सचिन सिंह पूर्व में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान में काम कर चुका है। जिससे उसे एग्जाम की पूरी जानकारी थी। उसने रायपुर के रिजनल ऑफिस में एग्जाम कंट्रोलर अरूण कुजूर के साथ मिलकर एक बड़ा रैकेट खड़ा कर लिया था। इसमें सचिन का साला अनुज सिंह भी शामिल था। वे बनारस निवासी विकेश सिंह राठौर के जरिए राजस्थान के छात्र-छात्राओं को पास कराने का ठेका लेते थे। विकेश सिंह वर्तमान में राजधानी के डिग्री गल्र्स कॉलेज में खेल प्रशिक्षक के पद पर कार्यरत है। उन्होंने ही बुधवार को वास्तविक छात्रों के स्थान पर 10वी-12वी की परीक्षा में फर्जी तरीके से शिवम सिंह राजपूत, शिव पहान उर्फ पवन, सागर सिंह राजपूत, सौरभ सिंह, देवेन्द्र कुर्रे, कुमारी स्वाति वर्मा व कुमारी स्वीटी सिंह के जरिए परीक्षा दिलवाया था। इन सभी को कल मौके से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि एसएस कंसलटेंसी सचिन सिंह और विनायक कोचिंग के संचालक मुकेश चौधरी पहले एनआईओएस में काम कर चुका है और उसे संंस्था के गतिविधियों के बारे में पूरी जानकारी है। टीआई ने बताया कि कार्यवाही होने की जानकारी मिलने के बाद अनुज शहर में ही घुम रहा था, वहीं सचिन सिंह फरार हो गया। अनुज को रात में ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस प्रकार मामले में अब तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके अलावा एनआईओएस में फर्जीवाड़ा में कई अधिकारी कर्मचारियों की संलिप्ता सामने आ रही है।
Please comment