धर्मेंद्र की यादों ने फिर किया भावुक: मौसमी चटर्जी ने सुनाया वह किस्सा जिसने सबका दिल छू लिया

हिंदी सिनेमा के अमर सितारे धर्मेंद्र सिर्फ अपने दमदार अभिनय के कारण ही नहीं, बल्कि अपनी सादगी, विनम्रता और दिल छू लेने वाली व्यक्तित्व के लिए भी याद किए जाते हैं।
24 नवंबर 2025 को उनका जाना इंडस्ट्री, परिवार और करोड़ों चाहने वालों के लिए गहरा सदमा लेकर आया। उनके बाद से हर कोई अपनी यादों और किस्सों में उन्हें फिर से जी रहा है।
मौसमी चटर्जी का भावुक कर देने वाला किस्सा
इसी कड़ी में एक्ट्रेस मौसमी चटर्जी ने धर्मेंद्र से जुड़ा एक पुराना किस्सा साझा किया, जिसने सबकी आंखें नम कर दीं। उन्होंने बताया कि फिल्म ‘घायल’ के समय सनी देओल, पहलाज निहलानी और राजकुमार संतोषी ने उन्हें साइन करने की कोशिश की थी, लेकिन फीस को लेकर बात आगे नहीं बढ़ी।
तीन दिन बाद अचानक धर्मेंद्र खुद उनके घर जा पहुंचे। फिल्मी माहौल न होने के कारण घर की मेड तक उन्हें देखकर हैरान रह गई। मुस्कुराते हुए धर्मेंद्र ने मौसमी से कहा—
“मैं ये अपने बेटे के लिए कर रहा हूं। कोई हीरोइन तुम्हारी तरह इतनी मासूम नहीं दिखती कि उस पर अत्याचार होता देख दर्शक घायल हो जाएं।”
यह अंदाज़, यह विनम्रता—इन्हीं खूबियों ने धर्मेंद्र को हर दिल अज़ीज़ बनाया।
फीस पर भी किया भरोसा कायम
मौसमी ने बताया कि धर्मेंद्र सिर्फ फिल्म के लिए नहीं, बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए भी आए थे कि उन्हें पैसे के मामले में कोई नुकसान न हो। उनकी यह सादगी मौसमी के दिल में हमेशा के लिए बस गई।
उन्होंने हंसते हुए एक और याद भी साझा की—‘घायल’ की सिल्वर जुबली पर पूरी टीम को ट्रॉफी मिली, पर उन्हें नहीं। यह सुनकर धर्मेंद्र बेहद निराश हो गए। यह बात बताती है कि वे हर कलाकार की इज़्ज़त को कितना महत्व देते थे।
उनकी अंतिम यात्रा की दास्तान
89 वर्ष की आयु में 24 नवंबर 2025 को धर्मेंद्र ने दुनिया को अलविदा कह दिया। सांस लेने में दिक्कत के कारण उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया। 12 दिन बाद उन्हें घर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों की टीम लगातार उपचार कर रही थी।
हालांकि अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्होंने अंतिम सांस ली।
धर्मेंद्र भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी कहानियां, उनके किस्से और उनकी सादगी हमेशा ज़िंदा रहेंगी।


