छत्तीसगढ़कवर्घा

आई फ्लू तेजी से फैल रहा है चश्मा लगाकर रखें.

कवर्घा ।  जिले में आंख की संक्रमण आई फ्लू तेजी से फैल रहा है। जिसके बचाव के लिए कलेक्टर जनमेजय महोबे ने जिलेवासियों से एहतियात बरतने की अपील की है। इसके बचाव के लिए अधिक से अधिक प्रचार प्रसार और सावधानी रखने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए हैं। कंजक्टिवा आंख की पारदर्शी झिल्ली है, जिसके संक्रमित होने से कंजक्टिवाइटिस होता है। जिसे पिंक आई भी कहते है।
जिले में इन दिनो बहुत तेजी से आई फ्लू कंजेक्टिविटस वायरस गांव एवं शहरी क्षेत्रों में तेजी से फैल रहा है। इसमें सभी वर्ग के लोग चाहे बच्चा हो या बुजूर्ग संक्रमित हो रहे है। जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा है कि कृपया सावधानी बरते एवं संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाएं। इस बिमारी से भीड में जाने, स्कूली तथा कालेज जाने वाले बच्चों में इसका जोखिम ज्यादा रहता है। संक्रमित होने से बचने के लिए भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचे।

आई फ्लू के लक्षण         

आंखों में सूजन, लालपन, खुजली, दर्द, सुबह के समय पलकों का चिपकना, किचड और लालिमा है। ज्यादातर संक्रमण वायरस एवं बैक्टेरिया की वजह देखा जा रहा है। इस मौसम में बारिस के गंदे पानी के वजह से संक्रमण होता है। यह बिमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलता है।

आई फ्लू को फैलने से रोकने के उपाय  

प्रभारी सीएमएचओ डॉ महेश सूर्यवंशी ने बताया कि आई फ्लू से पीडित व्यक्ति काला चश्मा पहनकर रखें, टीबी या मोबाइल देखने से बचे, आंखो को बार बार छुने से बचे, आंखों को सॉफ करने के लिए गंदे कपडे का इस्तेमाल न करें, आंखों को छुने के बाद हाथों को साबुन से धायें या सेनिटाइज करें, सोने वाले तकिया का उपयोग संक्रमित व्यक्ति का न करें, अपना चश्मा, रूमाल गमछा का उपयोग दूसरों को न करने दें। घर में एक व्यक्ति को होने पर अन्य व्यक्तियों के लिए सावधानी बरतें। गरम गुनगुना पानी से आंखों की कम से कम दो बार सेकाई करें, आंखों को बिल्कुल न रगडें। आंख में बार-बार पानी की छिडकाव न करें इससे संक्रमण में सुधार कम होता है। जिनका मोतियाबिंद आपरेशन हुआ है वह व्यक्ति विशेष सावधानी बरते हमेशा चश्मा लगाकर रखें। स्कूली बच्चे जहां पर संक्रमित हुए है, उन्हें ठीक होने तक स्कूल न भेजे ताकि संक्रमण अन्य छात्रों तक न फैले। कार्यालयीन कर्मचारी यदि संक्रमित हूए है तो उन्हे भी नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क कर सलाह लें। इन सावधानियों को अपना कर इस बिमारी के संक्रमण से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्तियों को आंखो में इस प्रकार की लक्षण दिखाई दे तो नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर संपर्क करें।

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