सौर ऊर्जा से आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर परिवार — प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना बनी वरदान

रायपुर। प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना लगातार आम जनता के बीच लोकप्रिय हो रही है। इस योजना ने न केवल घरेलू उपभोक्ताओं को महंगे बिजली बिल से राहत दी है, बल्कि अब व्यावसायिक क्षेत्र में भी लोग इसका लाभ उठा रहे हैं। इससे उपभोक्ताओं को आत्मनिर्भरता के साथ-साथ लंबी अवधि की बचत का लाभ मिल रहा है।
बिलासपुर के कोनी निवासी ओम अग्रवाल ने इस योजना के तहत अपने दोनों घरों की छतों पर सोलर पैनल लगवाए। पहले 6 किलोवाट का सोलर पैनल घरेलू उपयोग के लिए स्थापित किया गया, जिसके सकारात्मक परिणामों को देखते हुए उन्होंने अपने पुत्र मुरली अग्रवाल के नाम पर 10 किलोवाट का अतिरिक्त पैनल व्यावसायिक उपयोग के लिए लगवाया। अब उनके घर और व्यवसाय दोनों का बिजली बिल न्यूनतम हो गया है।
ओम अग्रवाल ने बताया कि पहले व्यवसाय में बिजली की अधिक खपत के कारण बिल काफी ज्यादा आता था, लेकिन सोलर पैनल लगवाने के बाद यह समस्या पूरी तरह खत्म हो गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि यह योजना दीर्घकालिक रूप से बेहद किफायती और लाभदायक है।
पौत्र संस्कार अग्रवाल ने जानकारी दी कि दोनों पैनलों को स्थापित करने में करीब 9 लाख रुपये की लागत आई, जिसमें केंद्र और राज्य सरकार से कुल 2.16 लाख रुपये की सब्सिडी मिली। वर्तमान में दोनों छतों पर कुल 16 किलोवाट का सोलर प्लांट सक्रिय है, जिससे हर महीने बिजली बिल में भारी कमी आई है।
परिवार का मानना है कि इस योजना में एक बार निवेश कर 25 वर्षों तक मुफ्त और स्थायी बिजली आपूर्ति संभव है। इसके साथ ही मेंटेनेंस की सुविधा भी कंपनी द्वारा दी जाती है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे इस योजना का लाभ उठाएं, आत्मनिर्भर बनें और पर्यावरण संरक्षण में योगदान दें।
योजना की मुख्य विशेषताएं:
घरेलू और व्यावसायिक दोनों उपयोगकर्ताओं के लिए लाभकारी
नेट मीटरिंग के जरिए अतिरिक्त बिजली से आय संभव
केंद्र और राज्य सरकार से सब्सिडी
आसान ऋण सुविधा
प्रति किलोवाट औसतन 120 यूनिट प्रतिमाह उत्पादन
3 किलोवाट तक 1.08 लाख रुपये तक की सब्सिडी
नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा
रोजगार के नए अवसर