वन संरक्षण से लेकर रोजगार तक: बस्तर में विकास की नई राह दिखा रहा वन विभाग

रायपुर। जगदलपुर के वन विद्यालय सभाकक्ष में वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में वन विभाग की विभिन्न योजनाओं और गतिविधियों पर गहन चर्चा हुई। बैठक में वृक्षारोपण, कूप कटाई, निर्माण कार्य, राजस्व संग्रहण, वनों का संरक्षण और ग्रामीणों की आय वृद्धि जैसे मुद्दे प्रमुख रहे।
कश्यप ने कहा कि बस्तर अब माओवाद के साए से बाहर निकल रहा है और विकास की नई राह पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वनों के संरक्षण के साथ-साथ युवाओं और ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दिया जाए।
बैठक में यह भी तय किया गया कि लाख पालन, लघु वनोपज प्रसंस्करण और ईको-टूरिज्म को बढ़ावा देकर अधिक से अधिक युवाओं को आजीविका के अवसर मिलेंगे। साथ ही, वन भूमि से अतिक्रमण हटाने के बाद तत्काल वृक्षारोपण, वनौषधियों का संरक्षण, तालाबों में मत्स्य पालन और परंपरागत ज्ञान का उपयोग कर नई संभावनाओं को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि लाखों पौधों का रोपण किया जा चुका है और राजस्व संग्रहण में भी बढ़ोतरी दर्ज हुई है। वहीं, वनोपज आधारित योजनाओं के जरिए ग्रामीणों की आय बढ़ाने पर विशेष फोकस किया जा रहा है।
कश्यप ने स्पष्ट किया कि वन विभाग को योजनाबद्ध तरीके से कार्य करते हुए विकास की गति को तेज करना होगा और बस्तर को नई दिशा देनी होगी।