सोलर क्रांति से आत्मनिर्भरता की ओर – रामेश्वर सिंह की कहानी बनी प्रेरणा

रायपुर। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना न केवल देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि आम लोगों की ज़िंदगी में भी बड़ा बदलाव ला रही है। रायगढ़ के कृष्णा वाटिका निवासी रामेश्वर सिंह इसका जीवंत उदाहरण हैं।
जहाँ पहले हर महीने 3,000 रुपए से ज्यादा का बिजली बिल उनके बजट पर बोझ बनता था, आज वहीं रामेश्वर सिंह का बिजली खर्च लगभग शून्य हो गया है। वजह है – उनके घर की छत पर लगे सोलर पैनल, जो इस योजना के तहत लगे हैं।
अब 24 घंटे बिजली, बिना कटौती
इस योजना का एक और बड़ा फायदा है – बिजली की निर्बाध आपूर्ति। सोलर पैनल लगवाने के बाद अब रामेश्वर सिंह के घर में 24 घंटे बिजली रहती है, बिना किसी कटौती के।
सब्सिडी से मिली राहत
सरकार इस योजना के तहत आकर्षक सब्सिडी दे रही है –
1 किलोवाट पर ₹45,000
2 किलोवाट पर ₹90,000
3 किलोवाट पर ₹1,08,000
रामेश्वर सिंह ने इसी सब्सिडी का लाभ उठाकर अपने घर की छत पर सोलर सिस्टम लगवाया और अब वे बिजली विभाग पर निर्भर नहीं, बल्कि पूरी तरह आत्मनिर्भर हैं।
बिजली बचत से पर्यावरण की सुरक्षा तक
आज वे न केवल पैसे की बचत कर रहे हैं, बल्कि अक्षय ऊर्जा का उपयोग करके पर्यावरण की रक्षा में भी योगदान दे रहे हैं।
उनके शब्दों में —
“प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना ने मेरी सबसे बड़ी चिंता खत्म कर दी। अब हम बिना किसी डर के बिजली का इस्तेमाल करते हैं और पर्यावरण की भी रक्षा करते हैं।”
यह योजना लाखों घरों में रौशनी और सुकून ला रही है — और रामेश्वर सिंह की कहानी इसका एक प्रेरणादायक उदाहरण है।