‘लॉकडाउन’ हटाने में जल्दबाजी हुई, तो आ सकता है संक्रमण का ‘तूफान’ – रिपोर्ट

ऐसे भी कुछ देश हैं, जहां लॉकडाउन को पूरी तरह लागू नहीं किया गया, बल्कि राज्य या प्रांत तक ही सीमित रखा गया है । लैंसेट जर्नल की रिसर्च रिपोर्ट में लॉकडाउन हटाने का सोचने वाले देशों को चेतावनी दी गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि वैक्सीन आने तक इसे नहीं हटाना चाहिए । इसमें कहा गया है कि बिना पूरी तैयारी किए प्रतिबंध हटाना नए सिरे से संक्रमण का तूफान ला सकता है।
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लैसेंट के मुताबिक, बिना लॉकडाउन वाली स्थिति में एक संक्रमित व्यक्ति औसतन तीन लोगों को संक्रमित करेगा। लॉकडाउन की वजह से इस दर में 60-70 % गिरावट आ रही है।
यह रिपोर्ट चीन के शोधकर्ताओं देश में आए मामलों के आधार पर तैयार की है। कई देशों में लॉकडाउन सफल, 70% तक संक्रमण घटाने में कामयाबी मिली, रिसर्च में कहा गया है कि हम सोशल डिस्टेंसिंग खत्म करते हैं, तो वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कोई और उपाय करने होंगे।
कई देशों में लॉकडाउन का प्रयोग सफल रहा है। 70% से ज्यादा तक संक्रमण को कम करने में कामयाबी मिली है। चीन के शोधकर्ताओं के मुताबिक, लॉकडाउन हटाया तो इन्फेक्शन के लिए ज्यादा सतर्क होना पड़ेगा और वैक्सीन ना आने तक कई इलाकों को नियंत्रण में रखना होगा।
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हांगकांग के शोधकर्ताओं का मानना है कि चीन ने सख्ती से संक्रमण की पहली लहर को तो काबू में कर लिया पर अब दूसरी लहर का खतरा पैदा हो गया है। यह बड़ी चिंता है।
डब्ल्यूएचओ ने भी कहा है कि प्रतिबंधों को जल्दबाजी में हटाने के परिणाम घातक हो सकते हैं।
चीन ने वुहान में लॉकडाउन खत्म किया था। वहां हाल में कोरोना के 108 केस आए। हुबेई प्रांत में 2 मौतें भी हुई हैं। लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन के डॉ. एडम कुचार्सकी का कहना है कोरोना से लड़ाई लंबी चलेगी।