जगदलपुर : एक लाख के ईनामी समेत दो सक्रिय नक्सलियों ने किया समर्पण

जगदलपुर : छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास एवं आत्म समर्पण नीति से प्रभावित, पुलिस द्वारा चलाये गये नक्सल विरोधी अभियान से दबाव में आकर, समाज की मुख्य धारा में शामिल होने की इच्छा, आंध्रप्रदेश के बड़े नक्सली लीडरों की प्रताडऩा एवं भेदभाव से प्रताडि़त होकर एक लाख के ईनामी समेत दो सक्रिय नक्सलियों ने सुकमा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पित सभी माओवादी छत्तीसगढ़ के मूल निवासी हैं। बस्तर आईजी विवेकानंद सिंहा ने बताया कि समर्पित नक्सली सोयम नंदा नक्सली संगठन में डीकेएमएस अध्यक्ष के पद पर सक्रिय था। सोयम नंदा 1998 से बाल संघम के रूप में नक्सली संगठन से जुड़ा हुआ था। छत्तीसगढ़ शासन ने डीकेएमएस अध्यक्ष सोयम नंदा पर 1 लाख रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था। साथ ही समर्पित नक्सली मुचाकी बुधरा 2012 से नक्सली संगठन से जुड़कर कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है।
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उन्होंने बताया कि समर्पित नक्सली लम्बे समय से एरिया कमेटी में जुड़कर कार्य कर रहे थे। उक्त नक्सली मुख्य रूप से संतरी ड्यूटी, सड़क खोदने, ग्रामवासियों को नक्सलियों की मीटिंग में बुलाने एवं रेकी करने का कार्य करते थे। गिरफ्तार सदस्य नक्सली संगठन में ग्रामीणों को जोड़कर रखने, नक्सलियों के लिए भोजन व्यवस्था करने, गांव के युवक-युवतियों को संगठन में जोडऩे, लीडरों के इशारे पर बम लगाकर पुलिस को क्षति पहुंचाने, गांव-गांव में केम्प लगाकर वर्दी सिलाई करने, ग्रामीणों को नक्सली मीटिंग में बुलाने के अलावा नक्सलियों को दवाइयां व अन्य दैनिक सामान उपलब्ध कराने का काम करते थे।समर्पितों को दस-दस हजार की प्रोत्साहन राशि का चेक प्रदान किया गया साथ ही उन्हें शासन द्वारा निर्दिष्ट सुविधाएं मुहैया करवायी जाएंगी।