छत्तीसगढ़
स्वाइन फ्लू से लगातार हो रही मौतें

- छत्तीसगढ़ में लगातार स्वाइन फ्लू से मौतों के आंकड़े बढ़ रहे हैं. दो दिन पूर्व बिलासपुर के अपोलो में भी एक महिला ने स्वाइन फ्लू के कारण दम तोड़ दिया. वहीं बिलासपुर की रहने वाली महिला की रायपुर रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में अभी हाल ही में स्वाइन फ्लू से ही मौत हो गई है. सबसे बड़ी बात तो ये है कि पूरे प्रदेश में स्वाइन फ्लू संदिग्धों के सेम्पल की जांच करने सिर्फ दो ही सेंटर रायपुर और जगदलपुर है. बिलासपुर में टेस्ट सेंटर खोलने की मांग को लेकर हाई कोर्ट में जनहित याचिका भी दायर की गई थी, जिसमें हाई कोर्ट ने मामले को निराकृत करते हुए स्वास्थ्य सचिव को निर्देश भी दिए थे.
- बिलासपुर हाई कोर्ट अधिवक्ता राकेश तिवारी के मुताबिक स्वाईन फ्लू का प्रकोप तो प्रदेश में 2012 और 15 से ही है. उस समय के आंकड़े भी स्वास्थ्य विभाग से आरटीआई के माध्यम से हासिल किया गया था, उसके बाद बिलासपुर के चंद्र मौली बाजपेयी ने हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर बिलासपुर में स्वाइन फ्लू और डेंगू के टेस्ट सेंटर खोलने की मांग की थी.
- याचिका में कहा गया था कि बिलासपुर में टेस्ट सेंटर न होने के कारण स्वाइन फ्लू संदिग्धों के सेम्पल को जगदलपुर भेजा जाता है और रिपोर्ट आते-आते देर होने के कारण लोगों की मौत हो जाती है. सुनवाई में हाई कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार से जवाब मांगा था. अधिवक्ता के अनुसार केन्द्र सरकार ने बिलासपुर में टेस्ट सेंटर खोलने की सहमति भी दे दी थी. हाई कोर्ट ने छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य सचिव को निर्देश भी दिए गए थे कि गंभीर बीमारी को लेकर हर तरफ प्रचार प्रसार करें.
- मामले में निर्देश देने के बाद हाई कोर्ट ने जनहित याचिका को निराकृत कर दिया था. इसके बावजूद अभी भी बिलासपुर में टेस्ट सेंटर खोलने कोई पहल नहीं किया जा रहा है और लगातार स्वाइन फ्लू से मौतो का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. स्वाईन फ्लू से मौतों के मामले में नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि लगातार मौतों के आंकड़े बढ़ रहे हैं. राज्य सरकार को जल्द ही प्रदेश में वैक्सिनेशन के लिए काम करना चाहिए. ताकि स्वाइन फ्लू से होने वाली गंभीर और जानलेवा बीमारी से बचा जा सके.