महासमुंद के छात्रों ने 5 हजार में बनाया रोबोट, सांसद सरोज पांडे ने दी बधाई

रायपुर/ महासमुंद, (FourthEyeNews) छत्तीसगढ़ में इंजीनियरिंग के छात्रों की मेहनत रंग लाई है औऱ उन्होने दो महीने की मेहनत में महज पांच हजार की लागत से एक ऐसा रोबोट बना लिया जिसे इंटरनेट से संचालित किया जा सकता है.
कोरोना वायरस के संक्रमण के इस दौर में इस तरह के रोबोट्स का बहुत अहम रोल हो जाता है, क्योंकि मरीजों तक जरूरी सामग्री पहुंचाने की वजह से मेडिकल स्टाफ को हमेशा संक्रमण का खतरा बना रहता है, ऐसे में रोबोट का उपयोग इस तरह के कामों में किया जाए, तो जाहिर तौर पर कुछ हद तक कोरोना के संक्रमण से बचा जा सकता है.
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भिलाई के रूंगटा कॉलेज में अध्ययनरत महासमुंद के इंजीनियरिंग छात्र योगेश साहू, प्रवीण वर्मा और रिषिकेश यादव ने यह रोबोट बनाया है । इस रोबोट को बनाने में मेटल शीट, पीवीसी पाइप और लकड़ी का उपयोग किया गया है । यह रोबोट किसी भी चीज को उठाकर एक जगह से दूसरी जगह ले जा सकता है। इसको मोबाइल फोन से भी कनेक्ट किया जा सकता है। इसे इंटरनेट से दुनिया में कहीं से भी कंट्रोल किया जा सकता है.
Chhattisgarh: Yogesh Sahu, an engineering final yr student in Mahasamund, claims that he has built an internet controlled robot that can be used to attend to patients on behalf of doctors. He says, "Doctors are risking their lives to save people. Wanted to do something for them." pic.twitter.com/qHL915PuyD
— ANI (@ANI) April 8, 2020
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छात्रों ने इस रोबोट को दो महीने तक हर दिन दो-दो घंटे समय देकर करीब पांच हजार की लागत से तैयार किया है. छात्रों के मुताबिक ये इस रोबोट को यूनिवर्सिटी में दिखाएंगे। इन्होंने बताया कि सरकार से मदद मिली तो और बेहतर कर पाएंगे।
छात्रों की इस कामयाबी पर सांसद सरोज पांडे ने भी उन्हें बधाई दी है, सरोज पांडे ने लिखा है –
“अपनी बुद्धिमत्ता और कौशल क्षमता का प्रयोग करके मात्र 5000 रुपए लागत में इसका निर्माण करना भी अनूठा है।बच्चों का ये कहना कि “डॉक्टर लोगों को बचाने के लिए अपना जीवन खतरे में डाल रहे हैं उनके लिए कुछ करना चाहता था”।अच्छे संस्कारों के लिए मैं तीनो के माता और पिता को साधुवाद देती हूँ।”
अपनी बुद्धिमत्ता और कौशल क्षमता का प्रयोग करके मात्र 5000 रुपए लागत में इसका निर्माण करना भी अनूठा है।बच्चों का ये कहना कि "डॉक्टर लोगों को बचाने के लिए अपना जीवन खतरे में डाल रहे हैं उनके लिए कुछ करना चाहता था”।अच्छे संस्कारों के लिए मैं तीनो के माता और पिता को साधुवाद देती हूँ। pic.twitter.com/003B6WiZu1
— Saroj Pandey (@SarojPandeyBJP) April 8, 2020