क्यों फूट-फूट कर रो पड़ी थीं दीपिका पादुकोण ?
बॉलिवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण पिछले काफी समय से अपनी विवादों में घिरी फिल्म पद्मावती के प्रमोशन में जुटी हैं। फिल्म के प्रमोशनल इंटरव्यू के दौरान दीपिका ने बताया कि निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ काम करना बिल्कुल भी आसान नहीं है, वह जिस तरह की फिल्में बनाते हैं वह फिल्में सरलता से नहीं बनती हैं। दीपिका की मानें तो एक बार किसी गलती पर भंसाली का गुस्सा दीपिका पर इस कदर भड़का कि वह फूट-फूट कर रो पड़ी थीं।
पद्मावती में दीपिका के पहनावे, स्टाइल, मेकअप और यूनीब्रो की खूब चर्चा हो रही है। अपने लुक और खास कर यूनीब्रो के बारे में बताते हुए दीपिका ने कहा, फिल्म की पहली झलक आने के बाद से ही मेरे लुक की काफी चर्चा हुई, खास तौर पर मेरे यूनिब्रो की, यह आइडिया संजय सर का था, संजय सर ने कहा था कि यूनिब्रो ट्राय करते हैं। जुड़े हुए आइब्रो से पद्मावती की आंखें और भी प्रभावी हो गयी हैं। फिल्म के दौरान मैंने जो भी कुछ किया है वह संजय सर की सोच थी… मैंने पूरी तरह उनकी सोच को फॉलो किया था। उन्होंने जो भी रिसर्च किया था उसी पर हम सब ने साथ में मिलकर काम किया है। कई तरह के अलग-अलग लुक टेस्ट किए गए आखिर में जो हमें लगा कि सही है, वही हमने तय किया।
संजय लीला भंसाली की लगातार तीन फिल्मों में काम कर चुकीं दीपिका, भंसाली के साथ अपनी बॉन्डिंग पर कहती हैं, संजय सर मेरे लिए एक निर्देशक से बढ़कर हैं, अब उनके साथ एक खास रिश्ता बन गया है, मेरी जिंदगी में उनका बेहद महत्वपूर्ण स्थान है। वह मेरे लिए दोस्त भी हैं और गुरु भी, मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है, न सिर्फ एक आर्टिस्ट के तौर पर बल्कि एक इंसान के तौर पर भी उन्होंने मुझे बहुत कुछ सिखाया है। मेरे करियर में उन्होंने मुझे कई मजबूत रोल निभाने का मौका दिया है, फिर चाहे वह लीला हो, मस्तानी हो या फिर अब पद्मावती, बड़े परदे पर उनकी फिल्मों में खुद को देखते हुए रिवॉर्ड मिलने वाली खुशी होती है।
क्या भंसाली टफ निर्देशक हैं? जवाब में दीपिका कहती हैं, संजय सर टफ तो हैं ही, जिस तरह की फिल्में वह बनाते हैं उस तरह की फिल्में आसानी से नहीं बनती हैं। लगातार दो साल विश्वास, एनर्जी के साथ काम करते रहना बेहद थका देनेवाला होता है, जिससे कभी-कभी उन्हें गुस्सा भी आ जाता था। संजय सर के साथ जब मैं अपनी पहली फिल्म रामलीला की शूटिंग कर रही थी तो एक बार उन्होंने मुझे इतनी जोर से डांटा कि मैं रोने लगी थी, लेकिन अब हमारी अंडरस्टैंडिंग इतनी हो गयी है कि वह शॉट के समय मुझे देख लेते हैं तो मैं समझ जाती हूं कि क्या कमी रह गई या अब उन्हें क्या चाहिए।
वैसे तो पद्मावती; में दो पुरुष पात्र हैं लेकिन फिर भी यह फिल्म आपकी ज्यादा लग रही है। इस बात पर दीपिका ने कहा, हां मुझे भी ऐसा ही लग रहा है, हिरोइन की जिंदगी में बहुत कम ऐसे मौके आते हैं जब किसी फिल्म का दारोमदार अभिनेता से ज्यादा उसके कंधों पर होता है। इस अनुभव को मैं पूरी तरह इंजॉय कर रही हूं और इससे जुड़ी जिम्मेदारी को भी मैं अच्छी तरह से जानती हूं। अच्छा भी लग रहा है कि भंसाली सर ने मुझे चुना। यह भारतीय सिनेमा की सबसे महंगी फिल्म है, जब फिल्म रिलीज़ होगी तब लोगों को इस फिल्म पर बहुत गर्व होगा, लोग इस फिल्म के अनुभव को बहुत इंजॉय करेंगे।