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नईदिल्ली : वेस्ट इंडीज के 5 खिलाड़ी टीम इंडिया को पुणे में दे सकते हैं टक्कर

नई दिल्ली : टीम इंडिया के लिए टेस्ट सीरीज जितनी आसान रही, उतनी आसानी से वनडे सीरीज में वह जीतते नहीं दिख रही। अब तक खेले गए दोनों मुकाबलों में भारतीय टीम को कड़ी टक्कर मिली है। खासकर बल्लेबाजों से। शाई होप और शेमरॉन हेटमेयर ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर खबर ली है। देखा जाए तो इस बात से विराट भी इनकार नहीं कर सकते कि विंडीज टीम की बैटिंग उतनी कमजोर नहीं है, जितनी पेपर पर दिखती है।

दिलचस्प बात यह है कि विंडीज की पूरी टीम के शतकों को जोड़ दिया जाए तो भी वह विराट के शतकों से काफी पीछे होंगे। गिनती के शतक और बेहद कम अनुभवी वाली टीम ने मोहम्मद शमी, कुलदीप यादव, उमेश यादव और चहल जैसे धुरंधर गेंदबाजों को मनचाहे ढंग से खेलते हुए दोनों मैचों (गुवाहाटी और विशाखापत्तनम) में 300 से अधिक का स्कोर किया।
अब तक हालांकि, वनडे टीम से बाहर रहने वाले भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह की टीम में वापसी हुई है, लेकिन देखने वाली बात यह है कि क्या यह जोड़ी विंडीज के बल्लेबाजों को पुणे में रोकने में कामयाब हो सकेगी?

शेमरॉन हेटमेयर: दो मैचों में 200

टीम इंडिया के लिए सबसे अधिक मुसीबत का सबब अगर कोई है तो वह हैं मिडल ऑर्डर के तूफानी बैट्समैन शेमरॉन हेटमेयर। उन्होंने पहले मैच में 78 गेंदों में 6 चौके और 6 छक्के की बदौलत 106 रनों की शानदार पारी खेली थी, जबकि दूसरे मुकाबले में 64 गेंदों में 4 चौके और 7 छक्के लगाते हुए 94 रन बनाए। इस तरह उन्होंने 100 की औसत से अब तक 200 रन बनाए हैं। उनकी विध्वंसक फॉर्म को देखते हुए उन्हें विराट टीम जल्दी आउट करना चाहेगी। यह 21 वर्षीय बल्लेबाज वनडे करियर में 14 मैच खेलते हुए 48.50 की औसत से 679 रन बना चुका है, जिसमें 3 शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं।

शाई होप: 2 मैच में 155 रन

शाई होप ही वह खिलाड़ी हैं, जिन्होंने विराट कोहली की सबसे तेज 10 हजार रनों की पार्टी को फीकी कर दिया था। भारत ने 321 रन बनाने के बाद जीत की उम्मीद की थी, लेकिन होप ने 50वें ओवर की आखिरी गेंद पर उमेश को चौका जड़ते हुए मैच टाई करा दिया। वह अगर टिक जाते हैं तो विपक्षी टीम की खैर नहीं होती। हवाई शॉट खेलने में माहिर हैं और किसी भी गेंदबाज पर हावी होने का हूनर रखते हैं।

जेसन होल्डर: गेंद और बल्ले दोनों से मचा सकते हैं धमाल

कप्तान होल्डर सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। ऑलराउंडर हैं। वह गेंद और बल्ले, दोनों से धमाल मचाने में सक्षम हैं। जिस दिन चल जाते हैं विंडीज की जीत पक्की मानी जाती है। हालांकि अभी तक भारतीय खिलाड़ी उन्हें रोकने में सफल रहे हैं। विराट चाहेंगे कि बाकी के मैचों में भी होल्डर और फॉर्म में दूरी बनी रहे।

एश्ले नर्स: वैरिएशन है ताकत, बैटिंग भी शानदार

एश्ले नर्स पहले मैच में संघर्ष करते नजर आए, लेकिन दूसरे मुकाबले में दो विकेट झटके। हालांकि, इन दोनों मैचों में किया गया उनका प्रदर्शन उनके कद के लिहजा से नहीं था। वह गेंद और बल्ले दोनों से प्रदर्शन करने में सक्षम हैं। डोमेस्टिक क्रिकेट में शतक भी लगा चुके हैं और छक्के लगाने में माहिर हैं। बोलिंग की बात करें तो वैरिएशन उनकी ताकत है। पिच ने अगर थोड़ा भी सपॉर्ट किया तो भारतीय बल्लेबाजों के लिए मुसीबत बन सकते हैं।

ओबेड मैक्कॉय: धोनी को बनाया पहला शिकार

21 वर्षीय ओबेड मैक्कॉय ने पिछले मैच में डेब्यू किया था और दो बड़े विकेट झटके। उनके करियर का पहला विकेट एमएस धोनी बने। उनकी बोलिंग का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि धोनी को एक जबरदस्त बोल पर बोल्ड किया। पूर्व भारतीय कप्तान गेंद पढऩे में पूरी तरह असफल रहे थे। उन्हें डेथ ओवर का मास्टर गेंदबाज माना जाता है।

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