सीडीकांड : आखिरकार विनोद वर्मा को मिली जमानत, कांग्रेस ने कहा ये हमारी नैतिक जीत
रायपुर, राज्य की राजनीति में खलबली मचाने वाले मंत्री के कथित अश्लील सीडीकांड मामले में गिरफ्तार किए गए वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को आज सीबीआई की विशेष अदालत से एक लाख के निजी मुचलके पर जमानत मिल गई है।
विदित हो कि वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को उनके गाजियाबाद निवास से गत 28 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया गया था। उनकी गिरफ्तारी को 60 दिन से अधिक समय गुजर चुका था, लेकिन इस दौरान उनके खिलाफ कोर्ट में चालान प्रस्तुत नहीं हो पाया। जानकारों की माने तो न्यायालय से उनकी जमानत का प्रमुख आधार ही यही है कि उनके खिलाफ अब तक चार्जशीट दाखिल नहीं हो पाया। पूर्व में इस मामले की जांच राज्य सरकार से गठित एसआईटी कर रही थी। इसी बीच सीबीआई अनुशंसा होने के बाद सीबीआई की टीम ने रायपुर पहुंचते ही मामले की जांच शुरू कर दी थी। हाल ही में सीबीआई की विशेष अदालत में विनोद वर्मा को पेश कर रिमांड मांगा गया था। इसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए विनोद वर्मा को 12 दिनों के न्यायिक रिमांड पर भेज दिया था, उन्हें 3 जनवरी को पुन: न्यायालय में पेश करना था। इस बीच बचाव पक्ष के वकील द्वारा दायर जमानत अर्जी पर आज सुनवाई हुई। सीबीआई की विशेष अदालत में दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी दलीलें दी और कोर्ट ने बचाव पक्ष के दलीलों को मान्य करते हुए विनोद वर्मा को एक लाख के निजी मुचलके पर जमानत देने का निर्णय दिया है।
विनोद वर्मा की जमानत, कांग्रेस की नैतिक जीत-सिंहदेव
रायपुर, नेताप्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कथित सेक्स सीडी मामले में विनोद वर्मा को जमानत मिलने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह कांग्रेस की नैतिक जीत है।
उन्होंने कहा कि सीडी कांड की जांच एजेंसी द्वारा निर्धारित समय के भीतर चालान पेश नहीं कर पाई जिसकी वजह से विनोद वर्मा को जमानत मिल गई। इससे स्पष्ट हो गया है कि सरकार के पास विनोद वर्मा के खिलाफ कोई सबूत नहीं है और यह पूरा मामला षडय़ंत्र है। उन्होंने कहा कि न्याय प्रक्रिया पर पूरा भरोसा है। पत्रकार विनोद वर्मा राजनीतिक षडय़ंत्र का शिकार हुआ है जिससे उनकी छबि खराब हुई है।